प्रयागराज। जनपद के गोहरी ग्राम में दलित परिवार के चार लोगों की नृशंस हत्या कर दी गयी। पुलिस के मुताबिक जमीनी विवाद के चलते इनकी हत्या की गयी है। पूर्व में पीड़ित परिवार से ही एक अन्य से विवाद चल रहा था जिसमें दोनों पक्षों की तरफ से प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी। वहीं सूचना पर पहुंची पुलिस को भी ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा।
मिली जानकारी के मुताबिक, गुरुवार सुबह फूलचंद (50) उसकी पत्नी मीनू (47) बेटी सपना (17) और बेटे शिव (10) की कमरे में खून से सनी लाश बरामद हुई। शवों से बदबू उठ रही थी। सपना और मीनू के कपड़े अस्त व्यस्त पाए गए। सपना का शव चारपाई के नीचे पड़ा था। घर का मुख्य दरवाजा खुला था। घर से कुछ ले नहीं जाया गया। ऐसे में लूट, चोरी को लेकर पुलिस हत्या से इंकार कर रही है। दलित परिवार के चार लोगों की हत्या से गांव में आक्रोश है। जमीन के विवाद को लेकर दो किलोमीटर दूर रहने वाले कमलेश सिंह, राकेश सिंह, कान्हा ठाकुर आदि से इस परिवार का विवाद चल रहा है। कमलेश सिंह जेल में है। एक महीना पहले दलित फूलचंद के परिवार ने ठाकुर परिवार पर मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बाद उस परिवार की ओर से छेड़खानी की प्राथमिकी दर्ज करायी गयी। ठाकुर परिवार के सात लोगों के खिलाफ तहरीर दी गई है। आक्रोशित महिलाओं ने शव नहीं उठने दिया। इंस्पेक्टर फाफामऊ राम केवट पटेल और सिपाही सुशील पर महिलाओं ने गंभीर आरोप लगाए तो आईजी राकेश सिंह ने दोनों को निलंबित कर दिया। इसके बाद ही शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा सका। आरोपित परिवार के कई लोगों को एसटीएफ और क्राइम ब्रांच ने हिरासत में ले लिया है। जमीन के विवाद के अलावा पुलिस दुष्कर्म के लिए हत्या के एंगल पर भी जांच कर रही है। गांव में तनाव को देखते हुए फोर्स तैनात है।