फेसबुक (अब मेटा) के स्वामित्व वाले इंस्टाग्राम ने एक वीडियो सेल्फी लेना शुरू कर दिया है। कंपनी के नए अपडेट से फेक अकाउंट पर लगाम लगेगी। इस फीचर को सबसे पहले सोशल मीडिया सलाहकार मैट नवरा ने देखा था। यह इंस्टाग्राम पर फर्जी अकाउंट को कम करने के लिए लाया गया है। मेटा ने कहा कि वह कोई बायोमेट्रिक डेटा एकत्र नहीं करेगा। इस नए सुविधा का उपयोग केवल वेरिफिकेशन के लिए किया जाएगा।
इंस्टाग्राम का नया फीचर तब काम करेगा जब कोई नया यूजर्स प्लेटफॉर्म पर अकाउंट बनाएगा। इसके लिए उपयोगकर्ताओं को वीडियो सेल्फी प्रोसेस से गुजरना होगा। इसके पहले लोगों के लिए इस तरह की कोई प्रक्रिया नहीं थी। कंपनी कथित तौर पर यूजर्स को अलग-अलग दिशाओं में सिर घुमाते हुए खुद का एक वीडियो रिकॉर्ड करने के लिए कह रही है, ताकि पुष्टि हो सके कि वे असली हैं।
मैट नवरा द्वारा शेयर किए गए स्क्रीनशॉट पर विवरण कहता है कि हमें आपके सिर को अलग-अलग दिशाओं में घुमाते हुए एक शॉट वीडियो की जरूरत है। इसमें हम वेरीफाई करने में मदद मिलती है कि आप एक वास्तविक व्यक्ति हैं और अपनी आईडेंटी की पुष्टि करते हैं। वीडियो रिकॉर्ड करने के बाद यूजर्स को इसे जमा करना होगा।
कंपनी का कहना है कि वीडियो इंस्टाग्राम पर कभी भी दिखाई नहीं देगा। 30 दिनों के भीतर अपने सर्वर से हटा दिया जाएगा। मेटा यह भी वादा करती है कि इन सेल्फी वीडियो का उपयोग चेहरे की पहचान के लिए नहीं किया जाएगा कोई बायोमेट्रिक डेटा एकत्र नहीं करेगा।
नई सुविधा केवल नए खाते बनाने वाले उपयोगकर्ताओं के लिए लागू की जा रही है। मौजूदा यूजर्स को अपनी पहचान सत्यापित करने की आवश्यकता नहीं है। वहीं इंस्टाग्राम भी कथित तौर पर एक नई सुविधा लाने पर काम कर रहा है जो लोगों को एक निश्चित समय के लिए ऐप का उपयोग करने के बाद ब्रेक लेने के लिए प्रेरित करेगा।

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