चंडीगढ़ | 14 नवंबर तक अधिकतर तैयारियां पूरी हो जाएंगी। पेक इस समारोह को यादगार बनाने में कोई  कसर नहीं छोड़ना चाह रहा। पेक का पूरा अमला इस कार्यक्रम में अपनी भागीदारी निभा रहा है।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (पेकके शताब्दी वर्ष समारोह में हिस्सा लेंगे। उनका स्वागत तीन लाख रुपये के मैरिगोल्ड के फूलों से होगा। लाइटिंग पर भी इतनी ही रकम खर्च किए जाने की योजना है। पूरे कार्यक्रम पर लगभग 70 लाख रुपये खर्च होंगे। इस पर कुछ लोगों ने सवाल खड़े किए हैं।

 कहा है कि पेक की आर्थिक हालत पहले ही ठीक नहीं है। ऐसे में पैसे बचाए जाने चाहिए। राष्ट्रपति चंडीगढ़ में कई अन्य कार्यक्रमों में भी शिरकत करेंगेजिसकी योजना बन रही है। ऐसे में यह कार्यक्रम यूटी प्रशासन का हो गया। यूटी को ही अपने खजाने से यह पूरी रकम खर्च करनी चाहिए। शिक्षण संस्थान से पैसे नहीं लगवाने चाहिए। हालांकि पेक के जिम्मेदार लोगों का कहना है कि इस कार्यक्रम पर पैसे जायज ही खर्च होंगे और अधिक रकम नहीं लगाई जाएगी।

11.25 लाख रुपये का टेंट लगेगा

इस कार्यक्रम में लगने वाले टेंट पर 11.25 लाख रुपये खर्च  रहा है। इसके अलावा सिटको खाने का बंदोबस्त करेगा। इस पर भी लगभग छह लाख रुपये खर्च होंगे। ढाई लाख रुपये बैनर आदि पर खर्च होंगे। तीन लाख रुपये वीडियोग्राफी पर खर्च होंगे। दो लाख रुपये डेकोरेशन मैटीरियल पर खर्च होंगे। बताया जाता है कि कई अन्य कार्यों पर भी लाखों रुपये खर्च होंगे। सवाल उठाने वालों का कहना है कि शिक्षण संस्थान को अपने खजाने को देखते  हुए पैसे खर्च करने चाहिए।

प्रशासक के सलाहकार ने परखीं तैयारियां

प्रशासक के सलाहकार धर्मपाल ने पेक का दौरा किया। उन्होंने राष्ट्रपति के कार्यक्रम की तैयारियों को परखा। जिन-जिन कार्यों का शुभारंभ करवाना हैउन्हें भी देखा। इसके अलावा तैयारियां तेजी से करने के निर्देश दिए। सूत्रों के अनुसार 14 नवंबर तक अधिकतर तैयारियां पूरी हो जाएंगी। पेक इस समारोह को यादगार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाह रहा। पेक का पूरा अमला इस कार्यक्रम में अपनी भागीदारी निभा रहा है।