उत्कर्ष श्रीवास्तव दुर्ग छत्तीसगढ़

एक कहानी को इमेजिन और  विजुलाइज करने का टैलेंट है तो वो निश्चित रूप से एक सफल Director बन सकता है 

आज हम बात करेंगे उत्कर्ष श्रीवास्तव जी से जो पढ़ाई के साथ साथ अन्य रचनात्मक गतिविधियों में रुचि रखते है। जो कि वर्तमान में एलबम डायरेक्टर के रूप में अपनी पहचान बना रहे है 

जैसा कि आपको पता है कि निर्देशक फिल्म के कलात्मक और नाटकीय पहलुओं को नियंत्रित करता है और अपने तकनीकी ज्ञान और अभिनेताओं का मार्गदर्शन करते हुए
स्क्रिप्ट के हिसाब से सीन की कल्पना करता है। अपने फिल्म के लिए Film Director के साथ कास्ट का चुनाव करता है की कौन से कैरक्टर के लिए किस कलाकार को रोल दिए जाये ।
फिल्म डायरेक्टर पुरे फिल्म के ऊपर अपना नियंत्रण रखता है चाहे वो क्रू  मेम्बर  हो या फिर फिल्म की बजट की बात हो Film Director की  जिम्मेदारी होती है फिल्म के सभी पहलु को देखना यह उनका काम है 

जैसा कि आप देख रहे है कि हर व्यक्ति  का सपना होता है वह कलाकार बने उनके लिए क्या कहना चाहोगे :-

बात तो बिल्कुल सही है परन्तु अनुशासन के साथ  अपनी कला को निखारे अभ्यास करें और अपना 100 %  दे 


आपका पोर्टफोलियो इफ्फेक्टिव होना जरूरी है अपने को - स्टार के साथ मजबूत बॉन्डिंग हो
और पहले छोटे रोल से शुरुवात करने पर आत्मविश्वास बढ़ता है फिर किसी बड़े बेनर में चांस जरूर मिलता है

अभी देवा श्री गणेशा डांस कवर एल्बम के अच्छे रिस्पॉन्स के बाद आपका अगला प्रोजेक्ट क्या है

मेरे द्वारा सबसे पहला निर्देशित डांस कवर एलबम हुस्न है सुहाना 
 था  जिसे लोगो ने अपना प्यार दिया इसी हौसले के साथ   डांस कवर एलबम देवा श्री गणेशा अभी हाल ही में रिलीज हुआ  मेरा अगला प्रोजेक्ट शार्ट टेली फिल्म संस्कार जिसकी कुछ शूटिंग अभी चालू हो गई है कुछ पेच वर्क अभी बाकी है आशा करता हूं इसे भी   आप लोगो का पुनः प्यार और सहयोग मिलेगा


 आप संगीत में भी विशेष रूचि रखते हैं ऐसे में छतीसगढ़ में अभी  संगीत का जो स्तर है उस बारे में क्या कहना चाहेंगे

तालसुर लय तो वही रहता है हमारे लोकसंगीत में बहुत स्कोप है करमा ददरिया जैसे पारंपरिक गीत संगीत कर्णप्रिय लगते है  तो मुझे लगता है कि इस ओर अधिक प्रयास की जरूरत हैऔर छत्तीसगढ़ में पुराने गीतों को  भी नए आवाज मे प्रस्तुतिकरण  से हमारे गीत संरक्षित रहेंगे  क्योंकि इसके माध्यम से लोगों को हमारे छत्तीसगढ़ी कल्चर और परंपराओं के बारे में अवगत होने का मौका मिलता है

  आप डायरेक्टर की नजर से   कुछ टिप्स बताएं जो नए कलाकारों के लिए प्रभावी हो
   नृत्य व संगीत के साथ मे डायलॉग डिलीवरी  कैमरे के एंगल व छोटी छोटी टेक्निकल बातों को सीखना बहुत जरूरी होता है

आपने  डायरेक्शन  ही क्यो चुना

फिल्म निर्देशन  में  मैं सभी पात्र को जीता हु क्योकि हर आर्टिस्ट का मेकओवर मुझे करना पड़ता है और कैमरे के पीछे ही पूरी सफलता है साथ ही निर्देशन एक मल्टी वर्क है इसलिये मै डायरेक्शन का फील्ड चुना है