रायपुर। छत्तीसगढ़ में कार्तिक पूर्णिमा पर खारून नदी में डुबकी लगाने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महादेव घाट पर रिवरफ्रंट निर्माण की घोषणा की। इससे खारून के किनारे की जमीन पर लोगों के लिए मनोरंजन स्थल विकसित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री हर साल कार्तिक पूर्णमा पर महादेव घाट पर आयोजित पुन्नी मेला पर नदी में डुबकी लगाते हैं।
खारुन नदी के किनारे रिवरफ्रंट निर्माण से महादेव घाट पर्यटन स्थल के रुप में विकसित किया जाएगा। इससे नदी गिरने वाले सीवर के गंदे जल को एसटीपी बनाकर रोका जाएगा। इसके साथ नदी के किनारे के स्थल पर तरह-तरह के झूले के साथ नौकायान, कार पार्किंग, फूट कोर्ट विकसित किया जाएगा। इससे लोगों को सुबह शाम घूमने का एक स्थान मुहैया हो सकेगी।
नदी के स्वरूप को रखा जाएगा यथावत
खारून नदी में गर्मी के दिन में कई जगह पानी की कमी से सूख जाती है। इसलिए महादेव घाट पर एनीकट निर्माण कर पानी को पूरे साल एक स्वरूप में रखा जाएगा। इससे त्योहारों पर नदियों में स्नान की परंपरा निभाने वालों को सहूलियत होगी। इसके लिए खारून में शहर का मल जल जाने से रोकने का भी जरूरी होगा।
17 जगह गिरते हैं खारून में शहर की गंदगी के नाले
महादेव घाट सहित कई स्थान पर खारुन नदी में शहर के 17 बड़े नालों का दूषित पानी आकर मिलता है। जगह शहर की गंदगी नाले के रुप में गिरती है। इसके कारण नदी में झाग बनता है, इसके बावजूद स्नान पर्व पर मन मसोस कर लोग खारून नदी में स्नान करते हैं। हालांकि नगर निगम खारून नदी में शहर के गिर रहे मल-जल को रोकने के लिए चार स्थान पर एसटीपी निर्माण करा रहा है।
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