नई दिल्ली । वह दिन दूर नहीं जब आटो चालक सुनीता जैसी सैकड़ों महिलाएं दिल्ली की सड़कों पर आटोकैब और यहां तक कि बसें चलाती दिखेंगी। यह बात सोमवार को परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कही। उन्होंने कहा कि दिल्ली में -आटो पंजीकरण प्रक्रिया चल रही है। इसमें दिल्ली सरकार ने विशेष रूप से कुल पंजीकरण का 33 प्रतिशत यानी 1406 -आटो महिला आवेदकों के लिए आरक्षित किया है ताकि उन्हें इस ईवी (इलेक्ट्रिक वाहनक्रांति का हिस्सा बनने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।

परिवहन मंत्री ने कहा कि परिवहन विभाग ने महिला आवेदकों के लिए -आटो के पंजीकरण के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि बढ़ा दी है। इससे पहलेआवेदन की अंतिम तारीख एक नवंबर रखी गई थीजिसे बाद में 15 नवंबर, 2021 तक बढ़ा दिया गया था। महिलाओं की कम संख्या को देखते हुए अब सरकार ने 33 प्रतिशत स्लाट भरने तक महिलाओं से आवेदन लेने का फैसला किया है। उन्होंने बताया कि विभाग ने इस साल अक्टूबर में -आटो के पंजीकरण के लिए योजना शुरू की थीजिसके तहत 4261 -आटो के पंजीकरण के लिए आनलाइन आवेदन आमंत्रित किए गए थे।

  • -आटो के लिए 19,885 आवेदन
  • महिला आवेदकों की संख्या 698
  • अब तक परिवहन विभाग को -आटो के पंजीकरण के लिए कुल 19,885 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। इनमें 19,187 पुरुष आवेदक हैं और कुल महिला आवेदकों की संख्या 698 है।

महिलाएं आगे आएंइसके लिए हम उन्हें विशेष मौका दे रहे

कैलाश गहलोत ने कहा कि पहले हमने शेष स्लाट को सामान्य श्रेणी के आवेदनों से भरने के बारे में सोचा था। लेकिन पिछले एक महीने मेंहमने देखा है कि बड़ी संख्या में महिलाएं आवेदन कर रही हैं और पूछताछ के लिए आगे  रही हैं। हमने महसूस किया कि महिलाओं को इस ईवी क्रांति का सक्रिय भागीदार बनाने के लिए हमें उन्हे प्रोत्साहित करना होगा ताकि वे आगे आएं। इसके लिए हम उन्हें विशेष मौका दे रहे। हम महिलाओं के लिए आवेदन की प्रक्रिया को अभी खुला रख रहे हैं। महिलाओं को प्रशिक्षित करने के लिए गैर सरकारी संगठनों के साथ बातचीत भी कर रहे हैं।