नई दिल्ली । कांग्रेस ने दिल्ली सरकार के दावे को भ्रामक बताते हुए राजधानी के प्रदूषण की वजह बाहरी नहीं बल्कि अपनी बताई है। कांग्रेस का कहना है कि प्रत्येक वर्ष अक्टूबर आते ही केजरीवाल सरकार वायु प्रदूषण की समस्या के लिए पड़ोसी राज्यों को जिम्मेदार ठहराना शुरू कर देते हैं। इस बार भी कहा जा रहा है कि पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने से दिल्ली में वायु प्रदूषण बढ़ रहा है। ऐसा कहकर सरकार अपनी नाकामी पर पर्दा डालने की कोशिश करती है। अपनी बात को सही ठहराने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पर्यावरण मंत्री गोपाल राय कभी वह किसी रिपोर्ट का हवाला देने लगते हैं और कभी किसी का, जबकि सच्चाई यह है कि दिल्ली की धूल और वाहनों का धुआं यहां के प्रदूषण की सबसे बड़ी वजह है।
प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष जयकिशन ने बृहस्पतिवार को कहा कि बाहरी दिल्ली सहित अन्य क्षेत्र में सड़कें टूटी हुई हैं जिनसे धूल उड़ती है। इसी तरह वाहनों की भीड़ से प्रदूषण हो रहा है। इन समस्याओं को दूर करने के लिए सरकार कोई कदम नहीं उठा रही है। प्रदूषण की वजह से गले में दिक्कत, अस्थमा, टीबी के मामले भी बढ़ रहे हैं।
जयकिशन ने कहा कि हाल ही में हुए एक अध्ययन की रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि राजधानी के प्रदूषण में सबसे अधिक योगदान वाहनों का है। राजधानी में सड़कों की हालत खराब है और वैकल्पिक सड़कों का निर्माण नहीं किया गया है जिससे भीड़ होने के कारण प्रदूषण की समस्या दिन प्रतिदिन विकराल होती जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को अगर राजधानी के लोगों की चिंता होती तो प्रदूषण को लेकर सभी दलों की एक आपात बैठक बुलाकर विचार विमर्श किया जा सकता था

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