बिलासपुर। कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए अभी से तैयारी की जा रही है। इसके तहत जिला अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए पोर्टेबल हेल्थ यूनिट तैयार की गई है। इसका निर्माण सीजीएमएससी(छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विस कार्पोरेशन) के द्वारा किया गया है। लेकिन यूनिट बनाकर बिजली व पानी का कनेक्शन देना भूल गए हैं। ऐसे में आपात स्थिति में उन्हें इस्तेमाल में नहीं लाया जा सकता।
जिला अस्पताल में 10 पोर्टेबल हेल्थ यूनिट बनाई गई है। हर यूनिट में 10-10 बेड रखे गए हैं। इस तरह अभी से अतिरिक्त में 100 बेड तैयार कर लिए गए हंै। लेकिन सीजीएमएससी ने यूनिट का निर्माण कर उसके निर्धारित स्थान में रखकर आगे का काम करना भूल गई है। जबकि सीजीएमएससी को ही इसमें बिजली सप्लाई व पानी सप्लाई का काम करना है।
सभी यूनिट के लिए मुख्य ट्रांसफार्मर से बिजली सप्लाई की व्यवस्था करने के साथ हर यूनिट के लिए पानी टंकी लगानी है। साथ ही अंदर नल कनेक्शन देने हैं। लेकिन इस काम को पूरा ही नहीं किया जा रहा है। जबकि स्वास्थ्य विभाग लगातार पत्र के माध्यम से काम पूरा करने की बात कह रहा है, लेकिन अभी तक सीजीएमएससी ने इसके लिए कोई भी जवाब नहीं दिया है।
यदि मामले बढ़ने लगे और संक्रमितों को भर्ती करने की नौबत आई तो इस यूनिट का उपयोग नहीं हो पाएगा। मालूम हो कि संभागीय कोविड हास्पिटल को फिर से सामान्य जिला अस्पताल बनाए जाने का निर्णय लिया गया है। लेकिन पोर्टेबल हेल्थ यूनिट का काम पूरा नहीं होने के कारण जिला अस्पताल का संचालन नहीं किया जा रहा है। संभागीय कोविड अस्पताल बीते पांच महीने से खाली चल रहा है।
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