इंदौर में जिला प्रशासन द्वारा फर्जी पत्रकार पर की गई रासूका कि कार्यवाही के बाद इंदौर प्रेस क्लब भी ऐसे पत्रकारों के खिलाफ आगे आया है। प्रेस क्लब के अध्यक्ष अरविंद तिवारी ने आज जारी विज्ञप्ति में बताया कि “कुछ लोगों द्वारा खुद को पत्रकार बताकर पत्रकारिता के नाम पर कई संस्थानों, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों और लोगों को डरा-धमका कर ब्लैकमेल किया जा रहा है। ऐसे लोग वीडियो या ऑडियो के साथ खबरें वायरल करने के नाम पर रुपए-पैसों की मांग कर रहे हैं एवं अवैध वसूली जैसे अनैतिक कार्य कर पत्रकारिता को बदनाम कर रहे हैं।”
उनके अनुसार इनमें से कुछ लोग संगठित गिरोह की तर्ज पर भी काम कर रहे हैं। इसी को देखते हुए इंदौर प्रेस क्लब द्वारा एक पहल की जा रही है। अगर कोई व्यक्ति आपको समाचार छापने या दिखाने के नाम पर ब्लैकमेल कर रहा है, या डरा-धमका कर किसी भी प्रकार का दवाब बना रहा है, या फिर बाईट लेने के नाम पर जबरन कवरेज करता है और उसके बदले आपसे रुपयों की मांग करता है तो आपको घबराने की आवश्यकता नहीं है। आप ऐसा करने वाले व्यक्ति की शिकायत प्रेस क्लब के पदाधिकारियों को फोन पर कर सकते हैं। लोकल इंदौर पर फिल्मों का गुजरा जमाना…! उल्लेखनीय है कि एक पत्रकार को इसी तरह की गतिविधियों में लिप्त पाए जाने पर जिलाधीश महोदय ने 6 माह के लिये रासुका में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया हैं।
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