नई दिल्ली |एक साल बाद नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों का पूरी तरह से वापस ले लिया गया है। शुक्रवार को इसका एलान खुद पीएम नरेन्द्र मोदी ने किया। इस पर दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने डिजिटल प्रेसवार्ता कर केंद्र द्वारा तीनों कृषि कानूनों को वापस लिए जाने को किसानों की जीत बताया और साथ ही जनता की जीत भी बताया है। उन्होंने कहा कि इस आंदोलन में 700 लोगों की मृत्यु का दुख है। इन लोगों की जान बचाई जा सकती थी, अगर केंद्र पहले ही इस बारे में फैसला ले लेती। उन्होंने कहा कि इस आंदोलन ने यह भी संदेश दे दिया है कि जनता सर्वोपरि है। इस आंदोलन को इतिहास में याद रखा जाएगा।
उधर, आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि ये मोदी के अन्याय पर किसान आंदोलन की जीत है, और लोगों को ढेरों बधाई। भारत के अन्नदाता किसानो पर एक साल तक घोर अत्याचार हुआ।सैकड़ों किसानों की शहादत हुई। अन्नदाताओं को आतंकी कह कर अपमानित किया गया। इस पर मौन क्यों रहे मोदी जी? देश समझ रहा है चुनाव में हार के डर से तीनों काले क़ानून वापस हुए हैं। इसके साथ ही संजय सिंह ने मांग की है कि किसान आंदोलन में शहीद हुए किसानों के परिवार को एक-एक करोड़ मुआवज़ा और सरकारी नौकरी देने के साथ उन्हें शहीद का दर्जा दिया जाए।
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