
भोपाल । पातालपानी में 4 दिसम्बर को जननायक टंट्या भील स्मृति समारोह आयोजित किया जा रहा है, जिसकी प्रशासन द्वारा जोर-शोर से तैयारी की जा रही है। वहीं जनजातीय विकास मंच ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से मुलाकात कर वनाधिकार के साथ पेसा एक्ट लागू करने का अनुरोध किया और इसके साथ ही देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में पढऩे वाले 23 हजार से अधिक जनजातीय विद्यार्थियों के लिए एक शोध पीठ गठन की मांग भी की और 500 की क्षमता वाले आदिवासी छात्रावास भी निर्मित करने की मांग की गई।
जनजातीय विकास मंच के गोविंद भूरिया, राधेश्याम जामले, गूंजालाल नीनामा, विक्रमसिंह मसकुला सहित अन्य ने मुख्यमंत्री को इस संबंध में मांगों-समस्याओं का ज्ञापन भी सौंपा और जनजातीय समाज के हित व सम्मान में लिए गए निर्णयों के लिए आभार भी माना। इस बारे में प्रांजल शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री से यह भी मांग की गई है कि वे 4 दिसम्बर को पातालपानी में आयोजित समारोह में ही वन अधिकार पत्र सौंपकर इस कार्य का शुभारंभ करें और पेसा एक्ट, जिसका मसौदा भी तैयार है, उसे चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाए। पेसा एक्ट व ग्राम सभा के मार्गदर्शन हेतु प्रत्येक तहसील स्तर पर हेल्प डेस्क भी स्थापित हो और शासन तहसील स्तर के सरकारी अधिकारियों-कर्मचारियों को इस एक्ट के संबंध में प्रशिक्षित भी करें। पेसा नियमावली व पेसा ग्रामों की सूची भी शीघ्र जारी की जाए। केन्द्र व राज्य शासन की देवारण्य योजना के तहत मालवा के जनजातीय क्षेत्र के लिए शोध व प्रशिक्षण संस्थान भी स्थापित करने की मांग रखी गई है।

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