भोपाल  । देश में 2019 से सभी नए वाहनों में हाई सिक्युरिटी नंबर प्लेट लगाना अनिवार्य किया गया है। लेकिन इससे पहले के वाहनों में हाई सिक्युरिटी नंबर प्लेट लगवाना मुश्किल नजर आ रहा है। हाल ही में कोर्ट ने परिवहन विभाग और लिंक उत्सव कंपनी के बीच चल रहे विवाद में लिंक उत्सव कंपनी को अक्टूबर 2014 से अप्रैल 2019 तक के बीच बिके वाहनों में नंबर प्लेट लगाने का फैसला दिया है। इस दौरान प्रदेश में रजिस्टर्ड हुए वाहनों की संख्या 50 लाख से ज्यादा है। लेकिन कंपनी और सरकार के बीच पहले जो अनुबंध हुआ था उस कीमत पर कंपनी के लिए प्लेट लगाना संभव नहीं है। पहले की अपेक्षा अभी लगाई जा रही प्लेटों की कीमत दुगने से ज्यादा बढ़ चुकी है।
परिवहन विभाग ने प्रदेश में वाहनों पर हाई सिक्युरिटी नंबर प्लेट लगाने जाने के लिए जनवरी 2012 में लिंक उत्सव कंपनी को ठेका दिया था। शुरुआत से ही कंपनी के काम को लेकर विभाग को शिकायतें मिल रही थी, जिसमें समय पर प्लेटें ना देने और खराब क्वालिटी की प्लेटों की शिकायतें शामिल थी। इस आधार पर सरकार ने अक्टूबर 2014 में कंपनी का ठेका निरस्त कर दिया था। कंपनी ने इसके खिलाफ ग्वालियर हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी, जिसमें कोर्ट ने कंपनी के पक्ष में फैसला दिया। सरकार ने इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई, जिसमें आपसी समझौते से विवाद को निपटाए जाने की बात कही गई थी। इस बीच सरकार ने अप्रैल 2019 से सभी वाहनों में हाई सिक्युरिटी नंबर प्लेट लगाकर देना अनिवार्य कर दिया है। प्लेट लगाने की जिम्मेदारी अब वाहन डीलर्स को दी गई है। वहीं हाल ही में शासन और कंपनी के बीच चल रहे विवाद में कंपनी के पक्ष में फैसला आया है और कहा गया है कि अप्रैल 2019 के पहले के वाहनों में कंपनी नंबर प्लेट लगाएगी।
334 रुपए की प्लेट के अब लगती है 700 में
परिवहन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि लिंक उत्सव कंपनी को पुराने वाहनों में नंबर प्लेट लगाने की अनुमति तो मिल गई है, लेकिन कंपनी के लिए यह काम कर पाना संभव नहीं होगा, क्योंकि कंपनी को रेट्स बढ़ाने की कोई छूट नहीं मिली है। पहले कंपनी जहां 111 रुपए में दो पहिया वाहन में और 334 रुपए में चार पहिया वाहन में नंबर प्लेट लगाती थी, वहीं प्लेट्स अब दो पहिया में करीब 300 रुपए और चार पहिया में 700 रुपए में लग रही है। कंपनी के लिए आधी कीमत में काम कर पाना मुश्किल है, जिससे पुराने वाहनों में हाई सिक्युरिटी नंबर प्लेट लग पाना भी मुश्किल है।
डीलर्स के लिए उत्सव लिंक कंपनी ही बना रही है नंबर प्लेटें
इस पूरे मामले में सबसे बड़ी विडंबना यह भी है कि जिस कंपनी को परिवहन विभाग नंबर प्लेट बनाने के लिए प्रतिबंधित कर चुकी है अप्रैल 2019 से डीलर्स के लिए वही कंपनी नंबर प्लेट तैयार कर रही है और डीलर्स वही प्लेट लगाकर नए वाहनों को जारी कर रहे हैं। यही कंपनी डीलर्स से नई कीमत भी ले रही है जिसे अप्रत्यक्ष रुप से गाड़ी की कीमत में जोड़कर वाहन मालिक से वसूल कर रहे हैं। ऐसे में कंपनी के पास जब नई गाडिय़ों की प्लेट ऊंचे दाम पर बनाने का काम उपलब्ध है तो कंपनी क्यों पुराने वाहनों की प्लेट आधी कीमत पर बनाएगी।