सिरोही. सिरोही जिले के बरलूट थाना पुलिस (Barloot Police) की ओर से दो दिन पहले डोडा-पोस्त के तस्कर के खिलाफ की गई कार्रवाई सवालों के घेरे में आ गई है. इस कार्रवाई के दौरान बरलूट थानाधिकारी सीमा जाखड़ (SHO Seema Jakhar) और तीन पुलिसकर्मियों की भूमिका संदिग्ध पाई गई है. आरोप है कि चारों पुलिसकर्मियों ने 10 लाख रुपयों की मोटी रिश्वत राशि लेकर तस्कर को गिरफ्तार नहीं कर फरार दिखाने का सौदा कर लिया. सौदेबाजी का पूरा घटनाक्रम होटल में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया. मामले का खुलासा होने पर पुलिस अधीक्षक ने बरलूट एसएचओ सीमा जाखड़ और तीन पुलिसकर्मियों सस्पेंड कर दिया है.जानकारी के अनुसार घटना बरलूट थाना इलाके में दो दिन पहले सोमवार रात की है. यहां बरलूट पुलिस ने ऊड गांव के पास एक होटल के समीप डोडा पोस्त तस्कर को पकड़ा था. तस्कर के पास दो क्विंटल 10 किलो डोडा पोस्त से भरी गाड़ी पाई थी. लेकिन बाद में तस्कर ने पुलिस के साथ सौदेबाजी की कर ली. पुलिस ने भी मामले में मोटी मलाई देखकर अपनी ड्यूटी भुला दी.

सरपंच के जरिये भिजवाई गई दस लाख की रकम
थानाधिकारी सीमा जाखड़ और उनके साथ मौजूद तीन पुलिसकर्मियों ने तस्कर की गिरफ्तारी नहीं बताकर उसे मौके से फरार दिखाने का सौदा कर लिया. मामला 10 लाख रुपये में तय हुआ. दस लाख रुपये की रकम जालोर जिले के सांचौर इलाके के एक गांव के सरपंच के माध्यम से पुलिस को भिजवाई गई. पुलिस और तस्कर के बीच हुई इस सौदेबाजी का पूरा घटनाक्रम होटल में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया. वहीं तस्कर को बस में बिठाकर भागने के सीसीटीवी फुटेज भी सामने आए हैं.

एसपी ने तुरंत लिया कड़ा एक्शन
पूरे घटनाक्रम का जब पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह यादव को पता चला तो उन्होंने तुरंत एक्शन लिया. एसपी यादव खुद तत्काल बरलूट थाना पहुंचे और होटल के सीसीटीवी फुटेज सहित प्रत्यक्षदर्शियों से मामले की जानकारी जुटाई. मामले में थानाधिकारी सीमा जाखड़ और कांस्टेबल ओमप्रकाश, सुरेश और हनुमान की संदिग्ध भूमिका को देखते हुये मंगलवार को चारों को सस्पेंड कर दिया.

तस्कर को बस से फरार कराया और बरामदगी कम दिखाई
जांच पड़ताल में सामने आया है कि पुलिस ने सौदेबाजी करने के बाद तस्कर से बरामद किये गये डोडा-पोस्त की बरामदगी कम दिखाई. इसे दो क्विंटल 10 किलो के मुकाबले केवल 1 क्विंटल 41 किलो दर्शाया गया. बाद में तस्कर को वहां से फरार करा दिया गया. कांस्टेबल ओमप्रकाश थानाधिकारी का खास आदमी बताया जा रहा है. उसी के जरिये ये पूरी डील हुई.