जनजातीय सम्मेलन में शामिल हुए प्रदेश भर के 650 आदिवासी कलाकारों के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को ब्रेक फास्ट किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जनजातीय कलाकारों के साथ स्वल्पाहार में बिड़ई,कढ़ी , खिचड़ी, छोले भटूरे और जलेबी का नाश्ता किया। मुख्यमंत्री निवास पर इन कलाकारों के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि सरकार जनजातीय नृत्य व संगीत में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले आदिवासी कलाकारों को पुरस्कृत करेगी। यह पुरस्कार 1 नंवबर को मध्य प्रदेश के स्थापना दिवस के राज्य स्तरीय कार्यक्रम में दिए जाएंगे। उन्होंने जनजातीय सम्मेलन में आए 650 कलाकारों को 5-5 हजार रुपए पोत्साहन राशि देने की घोषणा भी की। मुख्यमंत्री ने पद्म श्री से हाल ही में पुरस्कृत कलाकार भूरी बाई को सम्मानित भी किया। इस अवसर पर सस्कृति मंत्री उषा ठाकुर भी मौजूद रहीं।

सोमवार को करीब 4 घंटे के भोपाल दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनजातीय सम्मेलन में आदिवासियों के लिए कई घोषणाएं कीं। इस दौरान प्रधानमंत्री ने 'आपका राशन आपके द्वार' योजना की शुरुआत की। प्रधानमंत्री ने 20 नवनियुक्त पर्टिकुलरली वल्नरेबल ट्राइबल ग्रुप के शिक्षकों में से 3 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया। अब पंचायत चुनाव से पहले इस आयोजन का फायदा क्या BJP को मिलेगा? मप्र में पंचायत चुनाव की घोषणा इसी महीने होने की पूरी संभावना है। राज्य निर्वाचन आयोग ने इसकी पूरी तैयारी कर ली है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से पहले शिवराज सरकार ने आदिवासियों से जुड़े दो इवेंट किए थे। शिवराज सरकार मंगलवार को कैबिनेट की बैठक में जबलपुर में राजा शंकर शाह म्यूजियम बनाने एजेंसी तय करने के प्रस्ताव पर मुहर लगाने जा रही है। निर्माण के लिए इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज को यह जिम्मेदारी देने का प्रस्ताव आया है।

सरकार संयुक्त एवं सामुदायिक वन प्रबंधन समितियों के माध्यम से पौधरोपण के प्रस्ताव को मंजूरी भी दे सकती है। इससे साफ है कि सरकार पंचायत चुनाव की घोषणा से पहले आदिवासियों के साथ ग्रामीण इलाकों से जुड़ी योजनाओं को शुरू करने की कवायद में जुट गई है।

बता दें कि कुछ महीने बाद प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव होने हैं। विधानसभा चुनाव 2023 के अंत में होने हैं। यानी विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी के लिए पंचायत चुनाव ही एकमात्र मौका है, जब वह आदिवासियों के रुख का आकलन कर सकती है। अपनी रणनीति में बदलाव कर सकती है, इसलिए आदिवासियों को साधने की रणनीति पर अभी से काम शुरू हो गया है।

यह पहला मौका है, जब आदिवासियों पर सरकार इस तरह मेहरबान है। सम्मेलन में आए प्रदेश भर के आदिवासियों को लाने से लेकर उनके वापस जाने तक का ऐसा इंतजाम पहले नहीं हुआ।

शिवराज ने कहा- आदिवासियों को फ्री प्लॉट देंगे

जनजातीय सम्मेलन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हम आदिवासियों को फ्री में प्लॉट देंगे। प्रधानमंत्री मोदी लोगों को फ्री में आवास दिलवा रहे हैं। एमपी में ढाई करोड़ से ज्यादा आयुष्मान कार्ड बने हैं। पीएम मोदी प्राइवेट अस्पताल में पांच लाख रुपये तक का इलाज फ्री में करवाएंगे। सीएम ने कहा कि सिकल सेल एनीमिया बीमारी उन्मूलन के लिए अभियान शुरू कर दिया गया है। सीएम ने कहा कि पेशा एक्ट प्रदेश में लागू किया जाएगा। ग्रााम सभा और सशक्त होंगी। आदिवासियों के खिलाफ जितने छोटे-छोटे मामले हैं, उसे हम वापस लेंगे। आदिवासियों के हिसाब से प्रदेश में आबकारी कानून बनाएंगे।

कमलनाथ-दिग्विजय पर किया हमला

शिवराज ने आदिवासियों के संबोधित करते हुए कांग्रेस पर जमकर हमला किया है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम को लेकर प्रदेश के दो पूर्व सीएम कोर्ट गए हैं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के राज में कोई गरीब भूखा नहीं रहेगा।