इंदौर  के पोलोग्राउंड में 13 अक्टूबर की सुबह BPO कर्मी आकाश मेडकिया की हत्या की मास्टरमाइंड उसी की पत्नी वर्तिका उर्फ मोना है। मर्डर केस की शुरुआती जांच पारिवारिक विवाद, लूट और कर्ज की लेनदेन जैसे एंगल पर केंद्रित थी। इसी बीच पुलिस के हाथ वर्तिका और अमलतास हॉस्पिटल (देवास) में नर्सिंग हेड डॉ. मनीष शर्मा के बीच हुई चैटिंग लग गई।

पुलिस ने कड़ियां जोड़ी तो मर्डर के किरदार एक-एक कर सामने आ गए। मामला लव ट्रायंगल का निकला। उज्जैन में बचपन की दोस्ती के बाद वर्तिका ने आकाश से शादी की। इसके बाद देवास में नर्सिंग हेड से अफेयर हो गया। पति को रास्ते से हटाने के लिए वर्तिका ने उसकी हत्या करा दी। वर्तिका, मनीष को मिलाकर 5 आरोपी जेल में हैं। आइए जानते हैं, बचपन के प्यार को रास्ते से हटाने की इस पूरी साजिश को...

CSP निहित उपाध्याय के अनुसार उज्जैन के फाजलपुरा में रहने वाली वर्तिका और आकाश नर्सरी क्लास से साथ में पढ़े। दोनों के घर आसपास ही थे। एक-दूसरे को बचपन से ही चाहने लगे। परिवार राजी नहीं था, इसके बाद भी दोनों ने परिवार को मनाकर 2020 में शादी की।

आकाश ने उज्जैन में प्रिंटिंग का काम शुरू किया, लेकिन कोरोना काल में कारोबार में मंदी आ गई और कर्ज होने पर उज्जैन छोड़ना पड़ा। डेढ़ साल पहले ही आकाश, पत्नी वर्तिका, भाई और मां को लेकर इंदौर आ गया। यहां वह कॉल सेंटर में जॉब करने लगा। अभी वह वर्क फ्रॉम होम था।

वर्तिका की जॉब देवास हॉस्पिटल में लग गई

वर्तिका की बुआ देवास में रहती हैं। वहां अमलतास हॉस्पिटल में काम करती हैं। वर्तिका ने उनसे बात की तो उन्होंने वर्तिका की अपने हॉस्पिटल के HR डिपार्टमेंट में उसको जॉब दिला दी। 17 हजार सैलरी मिलने पर परिवार के लोग खुश थे। कर्ज की वजह से भी पति ने वर्तिका को ना नहीं कहा। वर्तिका इंदौर से देवास आना-जाना करने लगी।

कोरोनाकाल में गलत दिशा में बढ़े कदम

कोरोना की दूसरी लहर के दौरान वर्तिका देवास से 15 दिन में एक बाद इंदौर आने लगी। उसका तर्क था कि उसका काम बढ़ गया है, इसलिए वह देवास में रहेगी। उसे अस्पताल ने क्वार्टर दिया है, पर हकीकत कुछ और थी। अस्पताल के नर्सिंग हेड मनीष शर्मा से उसकी नजदीकी बढ़ चुकी थी।

आकाश ने देख ली थी दोनों के बीच चैटिंग

2 अगस्त, 2021 को जब वर्तिका देवास से इंदौर आई, तब पति आकाश ने मनीष और उसके बीच की चैटिंग देख ली। दोनों में तब झगड़ा भी हुआ, लेकिन वर्तिका ने इसे प्रोफेशनल लाइफ कहकर बात खत्म कर दी और दोबारा अस्पताल के लिए अप-डाउन शुरू कर दिया।

आकाश पहले से ही कर्ज से परेशान था, इस वजह से उसने भी वर्तिका को जॉब करने से नहीं रोका, लेकिन आकाश इसके बाद पत्नी पर शक करने लगा और अक्सर उससे VIDEO कॉल कर बातें करने लगा।

फोन नहीं उठाया तो अस्पताल पहुंच गया था आकाश

अगस्त में एक दिन आकाश ने वर्तिका को फोन किया, लेकिन उसने रिसीव नहीं किया। इसके बाद आकाश अपने एक दोस्त को साथ लेकर सीधा अमलतास हॉस्पिटल पहुंचा। सिक्योरिटी गार्ड ने उसे अंदर नहीं जाने दिया। वर्तिका से उसकी फोन पर बात कराई, जिसके बाद उसने आकाश को समझाकर वापस लौटाया। इसी के बाद आकाश की मर्डर की प्लानिंग रची गई।

पति के VIDEO कॉल से प्रेमी-प्रेमिका हो गए थे परेशान

आकाश दिन में कई बार VIDEO कॉल कर वर्तिका से बात करता था। इस दौरान वह (वर्तिका) कहां है, इसकी जानकारी लेता था। इस पर वर्तिका काफी नाराज होती थी और यह बात मनीष शर्मा को भी पसंद नहीं थी। दोनों ने प्लानिंग की कि आकाश को रास्ते से हटा देते हैं। इसके लिए उन्होंने वहीं के सिक्योरिटी इंचार्ज जितेंद्र उर्फ जीतू को चुना।

साजिश में हॉस्पिटल सिक्योरिटी इंचार्ज की एंट्री

नर्सिंग हेड मनीष शर्मा ने कोरोना काल में काफी अच्छा काम किया था, इस वजह से हॉस्पिटल मैनेजमेंट ने उसे सारा प्रभार दे दिया था। किसी को नौकरी देना या निकालने का निर्णय भी मनीष शर्मा ही करता था। ऐसे में सिक्योरिटी इंचार्ज जीतू भी इस साजिश का हिस्सा बन गया।

जीतू ने वहीं के बाउंसर अर्जुन मंडलोई से बात की। अर्जुन ने अपने जान-पहचान वाले अंकित पवार को हॉस्पिटल में अच्छे पैकेज पर नौकरी का लालच देकर अपने साथ ले लिया।

पत्नी ने ही बताया आने-जाने का समय

वर्तिका ने मनीष को पूरी जानकारी दी कि उसे पति किस रास्ते और कब छोड़ने आता-जाता है। वारदात के बाद हमलावरों को क्या कहना है, यह भी बताया। उधर, सिक्योरिटी इंचार्ज जीतू ने अर्जुन और अंकित को इस घटना के लिए तैयार कर लिया था।

13 तारीख से एक दिन पहले 12 अगस्त को अस्पताल की कैंटीन में चाय की दुकान के नीचे बाइक लाकर खड़ी कर दी गई थी। इसमें एक बैग था, जिसमें कुछ रुपए और एक मोबाइल में सिर्फ इतना बैलेंस था कि घटना के बाद वह कुछ ही फोन लगा सके। अंकित के पास चाकू पहले से ही मौजूद था। इसी बाइक से अंकित और अर्जुन ने आकाश का पीछा किया।

आंखों में मिर्ची डाल चाकू से वार

हत्या की पूरी प्लानिंग होने के बाद 13 अक्टूबर को आकाश पत्नी वर्तिका को बाइक से लेकर बस स्टैंड पहुंचा। यहां वर्तिका को देवास की बस में बैठाकर घर लौट रहा था। उधर, अंकित और अर्जुन लगातार आकाश का पीछा कर रहे थे। पत्नी को छोड़ने के बाद जैसे ही आकाश घर के लिए निकला, पोलोग्राउंड के पास अर्जुन और अंकित ने उसे रोक लिया।

अर्जुन ने आकाश की आंखों में मिर्ची डाली और मौका देख अंकित चाकू से वार करता रहा। मारते वक्त अंकित को कहा गया था कि यह कहना कि तुझे रुपए देना थे, जिससे कि यह लगे कि कर्ज को लेकर हत्या की गई है। 5 से अधिक वार करने के बाद अंकित और अर्जुन भाग निकले, जबकि आकाश ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था।