सासाराम। मुफस्सिल थाना क्षेत्र के कंचनपुर गांव में वन विभाग की टीम पर बुधवार को तस्करों ने हमला कर दिया। अवैध रूप से खनन कर पत्थर ढुलाई की सूचना पर गांव में टीम पहुंची थी। पत्थरबाजी में सिपाही पंकज कुमार गुप्ता, विक्रम कुमार, धर्मेंद्र कुमार और चालक अशोक कुमार यादव जख्मी हो गए। सभी का इलाज सदर अस्पताल में कराया गया। सभी घायल खतरे से बाहर बताए जाते हैं। हमले में विभागीय वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया।
सासाराम के वन पदाधिकारी ललन मोची ने बताया कि कैमूर पहाड़ी से अवैध खनन कर पत्थर को कंचनपुर गांव में रखकर ढुलाई किए जाने की सूचना मिली थी। कार्रवाई के लिए एक टीम को वहां भेजा गया। वन विभाग की टीम को देखते ही तस्करों ने लाठी-डंडे व ईंट-पत्थर से हमला कर दिया। इससे चार वनकर्मी जख्मी हो गए। उन्होंने बताया कि वरीय अधिकारियों के निर्देश पर मुफस्सिल थाना में अज्ञात हमलावरों पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
डीएफओ प्रद्युम्न गौरव ने बताया कि घटना की रिपोर्ट एसीएफ व रेंजर से मांगी गई है। अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों के साथ सघन छापेमारी अभियान चलाया जाएगा। हर हाल में हमलावरों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाई जाएगी। घटना के बाद खनन क्षेत्र में पुलिस बल की चौकसी बढ़ा दी गई है।
वन विभाग की टीम पर पत्थर तस्करों का हमला कोई पहली घटना नहीं है। खनन क्षेत्रों में एसपी से लेकर डीएफओ तक पर पत्थर तस्कर हमला कर चुके हैं। हालांकि कई हमलावर अभी भी जेल में हैं। लगभग नौ वर्ष पूर्व तत्कालीन एसपी मनु महाराज, तत्कालीन डीएफओ कंवलजीत सिंह के अलावा वर्तमान डीएफओ प्रद्युम्न गौरव पर भी खनन तस्करों द्वारा हमला किया जा चुका है। कई बार वन विभाग व पुलिस अधिकारियों पर हमला कर पत्थर-बालू लदे वाहनों को भी छुड़ा ले गए हैं। मुफस्सिल, दरिगांव, इंद्रपुरी और तिलौथू थाना में पहले से भी खनन तस्करों द्वारा हमला किए जाने के कई मामले लंबित हैं। दर्जनों ऐसे नामजद आरोपित हैं, जो पुलिस के गिरफ्त से बाहर हैं।
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