भोपाल । उपचुनाव की तारीख सामने आते से ही भाजपा में खंडवा लोकसभा के उम्मीदवार को लेकर रस्साकशी तेज हो गई है। मुख्यमंत्री और संगठन के कुछ नेता हर्ष चौहान को यहां से चुनाव लड़ाने के पक्ष में दिखाई दे रहे हैं, लेकिन चौहान को लेकर अंदर ही अंदर चल रहा विरोध सामने आ गया है और कुछ नेताओं ने दिल्ली तक उनकी शिकायतें भेजी हैं, जिसमें उनके टिकट देने का विरोध किया गया है। भाजपा और कांग्रेस की तैयारी एक सप्ताह में ही उम्मीदवार घोषित करने की है, क्योंकि 8 अक्टूबर को नामांकन की अंतिम तारीख है और 13 तारीख नामांकन वापस लेने की है। यानि जल्द ही एक लोकसभा और तीन विधानसभा से चुनाव कौन लड़ेगा यह तय हो जाएगा। भाजपा में सबसे ज्यादा घमासान खंडवा लोकसभा सीट को लेकर चल रहा है। अभी तक दावेदार अंदर ही अंदर अपनी तैयारी कर रहे थे, लेकिन मतदान की तारीख सामने आते से ही सब खुलकर सामने आ गए हैं।
हर्ष को लेकर पार्टी में दो राय
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान और संगठन के कुछ नेता दिवंगत नंदकुमारसिंह चौहान के पुत्र हर्ष चौहान के नाम पर एकमत हैं। कहा जा रहा है कि उन्हें सहानुभूति का फायदा मिल सकता है, लेकिन इससे दूसरे नेता इत्तेफाक नहीं रख रहे हैं। उन्होंने बड़े नेताओं के समक्ष अपनी बात रख दी है और कहा है कि न तो वहां सहानुभूति की लहर है और न ही हर्ष चौहान के पक्ष में कार्यकर्ता काम करने को तैयार हैं। वहीं नाराज अर्चना चिटनीस और दीपक जोशी की  जुगलबंदी हर्ष को बुरहानपुर और बागली क्षेत्र से बड़ा नुकसान पहुंचा सकती है तो वरिष्ठ नेता कृष्णमुरारी मोघे का खरगोन, बड़वाह क्षेत्र में अच्छा होल्ड है और वे अरूण यादव को एक चुनाव में परास्त भी कर चुके हैं। ऐसे में सबकी अ