भोपाल । मध्य प्रदेश में इस महीने के अंत मे 4 सीटों पर होने जा रहे उप चुनाव के टिकटों के लिए घमासान मचा हुआ है। कांग्रेस में तो उठापटक चल ही रही है भाजपा में भी असंतोष कम नहीं है। पार्टी कमरा बंद बैठकें कर रही है ताकि अंसतोष की आंच बाहर न पहुंच पाए। कांग्रेस में तो गुटबाजी और बयानबाजी का वही पुराना हाल है। यानी दोनों पार्टियों में रार चरम पर है। खंडवा लोकसभा के साथ रैगांव, पृथ्वीपुर और जोबट विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव हो रहा है।
 उपचुनाव को लेकर 2 अक्टूबर से नामांकन दाखिल होंगे। भाजपा और कांग्रेस में दावेदरों को लेकर अभी भी मंथन जारी है। खंडवा लोकसभा सीट पर दोनों पार्टियों में दो-दो दावेदारों के अलावा तीसरे विकल्प पर भी विचार हो रहा है। भाजपा में अर्चना चिटनिस, हर्षवर्धन और कांग्रेस में अरुण यादव, निर्दलीय विधायक शेरा में खींचतान जारी है। इनके अलावा भाजपा राजपाल सिंह तोमर और कांग्रेस राजनारायणसिंह के नाम पर भी मंथन कर रही है। इधर, कांग्रेस से प्रबल दावेदार अरुण यादव को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अग्रिम शुभकामनाएं दे दी है। वे दिग्गी के करीबी माने जाते है, इसीलिए कमलनाथ उनकी उम्मीदवारी को लेकर साफ तौर पर कुछ बोलने को तैयार नहीं है। कमलनाथ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी इसलिए सरकार गिरने के बाद अरुण यादव उन्हें आए दिन आड़े हाथों लिया करते थे। लेकिन अब उपचुनाव नजदीक आ गए है तो कमलनाथ से नजदीकियां बढ़ा ली है।
-भाजपा की कमरा बंद बैठक
खंडवा लोकसभा सीट के उम्मीदवार चयन के लिए भोपाल में शुक्रवार को भाजपा दफ्तर में मंथन हुआ। यह बैठक प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन के पदाधिकारियों ने ली। खंडवा लोकसभा सीट के अंतर्गत 4 जिलों के कार्यकर्ता और पदाधिकारियों से मौजूदा सियासी समीकरण पर चर्चा की गई। बैठक में टिकट के दावेदार हर्ष सिंह चौहान और अर्चना चिटनीस में मौजूद थे।
-दावेदारों ने पेश की दावेदारी
बैठक में पहुंचे हर्षवर्धन सिंह चौहान ने कहा खंडवा सीट में आने वाले जिलों के कार्यकर्ताओं, नेताओं को बुलाया गया है। इस सीट पर अपनी दावेदारी के सवाल पर वो बोले - 'पार्टी तय करेगी किसे टिकट देना है। मैं एक कार्यकर्ता हूं। बैठक में आया हूं। अर्चना चिटनीस ने कहा पार्टी तय करती है। बैठक में मेरे जैसे कई कार्यकर्ता आए हैं। कार्यकर्ता विचार करता है। पार्टी  तय करती है। पार्टी अच्छा निर्णय करती है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा यह रूटीन बैठक है। हम लगातार बैठक करते हैं। उप चुनाव की तैयारी के लिए बैठक होगी। टिकट की दावेदारी पर उन्होंने कहा भारतीय जनता पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व तय करता उस फैसले पर कार्यकर्ता काम में जुड़ जाते हैं।
-कांग्रेस में भी उठापटक तेज
टिकट के लिए कांग्रेस में भी घमासान कम नहीं है। खंडवा लोकसभा सीट का हाल सबके सामने है। यहां से अरुण यादव की दावेदारी है जिन्हें कांग्रेस के बागी निर्दलीय विधायक सुरेन्द्र सिंह शेरा चुनौती दे रहे हैं। वो अपनी पत्नी के लिए टिकट की मांग पर अड़े हैं। अपना टिकट पक्का करने के लिए अरुण यादव भी दिल्ली दौरा कर आए हैं। वो पीसीसी चीफ कमलनाथ और प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक से मिलकर अपनी बात कह चुके हैं। मौजूदा समीकरण को देखते हुए राहुल गांधी से मुलाकात की बात वो ट्वीट में जाहिर कर चुके हैं। कांग्रेस की एक बड़ी लॉबी उनके साथ है। इसलिए यादव का टिकट लगभग तय ही माना जा रहा है।
-स्थानीय नेता को मिले टिकट
भाजपा सांसद गणेश सिंह का कहना है कि रैगांव से स्थानीय नेता को ही टिकट देना चाहिए क्योंकि बाहरी व्यक्ति चुनाव लडऩे के बाद क्षेत्र में ध्यान नहीं देता है। इसलिए हम भी यही मांग करते हैं पार्टी से कि स्थानीय व्यक्ति को ही टिकट दिया जाए। ओबीसी वर्ग को टिकट दिए जाने पर कैबिनेट मंत्री रामखेलावन पटेल ने कहा रैगांव अनुसूचित जाति बहुल सीट है। यहां से एससी उम्मीदवार को ही चुनाव मैदान में उतारा जाएगा। जबकि अन्य सीटों पर स्थानीय और क्षेत्रीय नेताओं को ही टिकट दिया जाएगा। हर वर्ग के हिसाब से पार्टी फैसला करेगी।
-इधर शेरा पहुंचे कांग्रेस कार्यालय
निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा शुक्रवार दोपहर को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचे। उन्होंने एक बार फिर दावा किया है कि यदि जमीनी सर्वे के आधार पर मिला टिकट तो मेरी पत्नी जयश्री ठाकुर को ही टिकट मिलेगा। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि ग्विजय सिंह ने भले ही शुभकामनाएं अरुण यादव को दी है, लेकिन आशीर्वाद मुझे दिया है। अरुण यादव को टिकट मिलने की संभावना पर शेरा ने कहा कि यदि पार्टी उन्हें उम्मीदवार घोषित करती है तो मैं उनके लिए काम करूंगा।