लखनऊ । उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सभी राजनैतिक दल सक्रिय हो गए हैं। शुक्रवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट कर अपने कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाया। अखिलेश ने लिखा, ‘सपा की सबसे बड़ी शक्ति उसके ज़मीनी कार्यकर्ता हैं। उनका समर्पण और संघर्ष सराहनीय भी होता है और अनुकरणीय भी।’ हम उनकी कोशिश को सलाम भी करते हैं और हाथ बढ़ाकर उनका सम्मान भी करते हैं। जो ‘समाजवादी’ सिद्धांतों के लिए लड़ता है उस कार्यकर्ता को हर जगह मान मिलता है!
दरअसल, 2022 में सपा सरकार बनाने के लिए अखिलेश यादव पूरी ताकत से जुटे हैं। साथ ही उन्होंने सपा कार्यकर्ताओं को भी चुनाव की तैयारी में जुटने की अपील की है। आजमगढ़ में मेधावी छात्रों को लैपटॉप वितरण के दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि 2022 में सपा सरकार कैसे बनेगी? इसका फार्मूला मिल गया है। अखिलेश यादव ने कहा कि उनका गठबंधन आगामी विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का सफाया कर सरकार बनाएगा। आजमगढ़ में अपने दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन अखिलेश लैपटॉप वितरण समारोह के दौरान चुनावी मूड में दिखे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में जनता बदलाव चाहती है। भाजपा के संकल्प पत्र झूठे साबित हुए हैं। साढ़े चार साल से अधिक समय बीत गया लेकिन सरकार अपने सभी वादों को पूरा नहीं कर पाई। किसान परेशान है नौजवान बेरोजगार है, महंगाई चरम पर है। ऐसे में उनका गठबंधन बहुत कामयाब होगा और प्रदेश में भाजपा सरकार का सफाया कर देगा। उन्होंने कहा कि भाजपा ने नौजवान और मेधावी छात्रों को लैपटॉप देने का वादा किया था लेकिन साढ़े चार वर्ष बीत गए, लैपटॉप की योजना धरी की धरी रह गई। अब वह टैबलेट बांटने जा रहे हैं लेकिन साढ़े चार साल में जो टैबलेट इन मेधावी छात्रों ने खाया है अब उससे बात बनने वाली नहीं है।