
नई दिल्ली । दिल्ली पुलिस ने रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस के मुताबिक इसी साल 26 जुलाई को संसद मार्ग थाने में एक ओला ड्राइवर ने आरोप लगाया था कि लव सिंह के नाम के व्यक्ति और उसके सहयोगियों ने रेलवे में टीसी की नौकरी लगवाने के बहाने उससे ठगी की। आरोपी लव सिंह की तरफ से उसे जाली दस्तावेज भी दिए गए। जैसे सत्यापन फॉर्म, मेडिकल सर्टिफिकेट, टीसी का आईडी कार्ड और अन्य ।
इतना ही नहीं आरोपी गिरोह ने पीड़ित को राजेंद्र नगर रेलवे स्टेशन पर लगभग 2 महीने का प्रशिक्षण भी दिया था। पुलिस ने जांच के बाद 5 अक्टूबर को सुखराज सिंह उर्फ लव को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपी सुखराज सिंह ने खुलासा किया कि उसका काम सिर्फ ग्राहकों की तलाश करना था और वह बिहार के एक अमित को क्लाइंट का नाम भेजता था। पुलिस ने पटना में छापेमारी कर गैंग के सरगना दयानंद सरस्वती उर्फ अमित, सुनील कुमार और अमर कुमार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी व्यक्तियों के कब्जे से एक लैपटॉप, जिससे जाली दस्तावेज तैयार किये जाते थे, कुछ जाली दस्तावेज और भारतीय रेलवे के कुछ रबर स्टैम्प बरामद किए गए।
आरोपी दयानंद सरस्वती और सुनील कुमार रैकेट के पीछे मास्टर माइंड हैं। वे भारतीय रेलवे के जाली दस्तावेज तैयार करते थे और अमर कुमार की मदद से फर्जी मेडिकल जांच भी कराते थे। वे बिहार के रेलवे स्टेशनों पर झूठी ट्रेनिंग भी देते थे।

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