छत्तीसगढ़: में कोरोना की रफ्तार धीमी हो गई है। प्रदेश में 22500 सैंपल जांच में शुक्रवार को 26 संक्रमित मिले। रायपुर सहित 14 जिलों में एक भी केस नहीं मिला है। रायपुर में अब सक्रिय मरीजों की संख्या भी घटकर केवल 18 रह गई है। जिले में दूसरे दिन संक्रमण दर शून्य रही है। कोरिया जिले में 4 मरीजों का पता चला। यह किसी जिले में मिले पॉजिटिव मरीजों की सबसे बड़ी संख्या थी।

स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के मुताबिकमहासमुंदकोरबा और बीजापुर में 3-3 नए मरीजों का पता लगा है। इस महीने यह तीसरा दिन है जब रायपुर में किसी भी व्यक्ति में कोरोना की पुष्टि नहीं हुई है। अब से पहले 16 और 13 सितम्बर को ऐसा हुआ था। प्रदेश में अभी 346 मरीजों का इलाज जारी है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना हैलोगों ने लापरवाही नहीं कीकोरोना के रोकथाम के उपायों का कड़ाई से पालन करना जारी रखा तो महामारी को फिर से फैलने से रोका जा सकता है।

कम संक्रमण में भी मौत जारी
पिछले एक महीने से प्रदेश में संक्रमण दर बेहद कम रही है। शुक्रवार को संक्रमण दर 0.12 प्रतिशत रहा। इसके बावजूद कोरबा में कोरोना से एक व्यक्ति की मौत की रिपोर्ट है। सितम्बर के पिछले 17 दिनों में 6 मरीजों की मौत हो चुकी है। कोरोना की शुरुआत से अब तक प्रदेश के 13 हजार 560 लोगों की जान जा चुकी है।

अभी कोरबा में ही सबसे अधिक मरीज
छत्तीसगढ़ के जिन पांच जिलों में इस समय सबसे अधिक कोरोना मरीज हैंउनमें कोरबा शीर्ष पर है। यहां अभी 41 सक्रिय मरीज हैं। बिलासपुर जिले में 36 और कांकेर में 35 मरीजों का इलाज चल रहा है। दुर्ग जिले में भी इस समय 30 मरीज हैं। रायपुर-रायगढ़ और जशपुर में 18-18 मरीज बचे हुए हैं।

चार जिलों में कोई मरीज नहीं
प्रदेश के चार जिले ऐसे हैंजहां कोरोना का कोई भी मरीज नहीं है। गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाहीकबीरधाममुंगेली और सूरजपुर जिले में संक्रमण दर शून्य हो चुकी है। कबीरधाम जिले में 26 अगस्त के बाद से कोई नया मरीज सामने नहीं आया है।

गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले में एक सितम्बर को अब तक का आखिरी मरीज मिला था। उसके ठीक होने के बाद 14 सितम्बर से वहां कोई मरीज नहीं है। मुंगेली में 4 सितम्बर को 3 मरीज और सूरजपुर में 5 सितम्बर को एक मरीज मिला था।