चंडीगढ़. आम आदमी पार्टी (आप) के केंद्रीय नेतृत्व और पार्टी की पंजाब इकाई के प्रमुख व सांसद भगवंत मान (Bhagwant Mann) के बीच तकरार बढ़ रही है. आप अब तक 2022 के पंजाब विधानसभा चुनावों (Punjab Elections 2022) के लिए मान को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में नामित करने से बचती आ रही है. दूसरी ओर मान बार-बार इस बात पर जोर दे रहे हैं कि पार्टी के नेता चाहते हैं कि उन्हें जल्द से जल्द सीएम उम्मीदवार के रूप में नामित किया जाए.


संगरूर से दो बार सांसद भगवंत मान पिछले एक हफ्ते से रोजाना अपने घर पर समर्थकों से मिल रहे हैं और संकेत दे रहे हैं कि वह पार्टी के कार्यकर्ताओं की पसंद हैं और अगर आप को चुनाव जीतना है तो उन्‍हें सीएम उम्मीदवार के रूप में नामित किया जाना चाहिए. आप के कुछ विधायक भी मान की उम्मीदवारी के खुले समर्थन में उतरे हैं, जिससे पार्टी के भीतर दरार का संकेत मिलता है.
मान ने खुद को सीएम उम्मीदवार के लिए नामित नहीं किए जाने पर नाराजगी का संकेत दिया है. जब वह पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में गुरदासपुर जिले में वरिष्ठ अकाली नेता सेवा सिंह सेखवां के शामिल होने के समारोह में हुए थे तो उन्‍होंने लो प्रोफाइल बनाए रखा था.
वहीं शनिवार को संगरूर में मान ने स्पष्ट किया कि बड़ी संख्या में आप कार्यकर्ता उन्हें मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में देखना चाहते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी को सीएम उम्मीदवार के नाम पर फैसला करते समय जमीनी हकीकत को देखना चाहिए और जमीनी कार्यकर्ताओं की बात सुननी चाहिए.


वहीं आप के सूत्रों का कहना है कि मान के कमेंट और पार्टी के मुख्यमंत्री चेहरे के रूप में उन्हें नामित करने के लिए केंद्रीय नेतृत्व को मजबूर करने का प्रयास अच्‍छा नहीं है. मान की ओर से सोशल मीडिया पर भी लगातार अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें उनके घर के बाहर भीड़ और हर दिन उनसे मिलने आने वाले कार्यकर्ताओं के प्रतिनिधिमंडल को दिखाया जा रहा है. उनके एक करीबी सहयोगी ने कहा कि ये भीड़ सभी पार्टी कार्यकर्ता थे, जो संगरूर के सांसद से स्वेच्छा से मिल रहे थे.
उनके सहयोगी ने कहा, ‘लोग हमें पूरे पंजाब से यह कहते हुए बुलाते हैं कि वे मान साहब से मिलना चाहते हैं. हम शायद ही उन्हें मना कर सकें. हमारे कार्यकर्ता बहुत मुखर हैं और वे अन्य राजनीतिक दलों से अलग हैं. मान साहब ने उन्हें आने के लिए या नेतृत्व को उन्‍हें सीएम चेहरे के रूप में नामित करने के लिए मजबूर करने का कोई प्रयास नहीं किया है.’


कुछ विधायकों ने भी मान का समर्थन किया है. कोटकपूरा के विधायक कुलतार सिंह संधवान और महल कलां के विधायक कुलवंत सिंह पंडोरी उन लोगों में शामिल हैं, जिन्होंने उनकी उम्मीदवारी का खुलकर समर्थन किया है. कई अन्य विधायक भी उनके साथ आए हैं.