10 दिवसीय गणेश पर्व अब समापन की तरफ बढ़ रहा है। 19 सितंबर रविवार को अनंत चतुर्दशी के दिन गणेश जी को विदाई दी जाएगी तथा उन्हें विसर्जित कर दिया जाएगा। गणेश जी सुखकर्ता और दुखहर्ता हैं, इस भावना के साथ उन्हें उनके श्रद्धालु घर में काफी धूमधाम से लेकर आते हैं। श्रद्धालुओं का भरोसा होता है कि जब गणेश जी घर से विदाई लेंगे तो घर के सारे दुख तथा संकट हर कर अपने साथ ले जाएंगे।
वही इसलिए जितनी धूमधाम से उनका आगमन किया जाता है, उतना ही जबरदस्त तरीके से उनका विसर्जन किया जाता है। विसर्जन के चलते गणेश जी के श्रद्धालु ढोल नगाड़ों पर नाचते हुए जाते हैं तथा गणेश जी से अगले बरस फिर से आने की कामना करते हैं। यदि आपने भी इस वर्ष गणेश को अपने घर में बैठाया है, तो यहां बताए जा रहे गणेश जी के जयकारों के साथ आप उन्हें धूमधाम से विदा कर सकते हैं।
इन जयकारों के साथ करें विसर्जन:-
1. एक, दो, तीन, चार, गणपति की जय जयकार
पांच, छः, सात, आठ, गणपति बप्पा सबके साथ
2. रिद्धि-सिद्धि के तुम हो दाता,
दीन-दुखियों के भाग्य विधाता,
आप ही तो हैं विघ्न विनाशक,
आप ही हैं सबके संकट नाशक
बोलो गणेश भगवान की जय
3. गणपति का रूप निराला है,
चेहरा भोला भाला है,
जिस पर आता कोई संकट,
उसे इन्हीं ने संभाला है…
गणपति बप्पा मोरया !
4. भक्ति गणेशाया, शक्ति गणेशाया
सबके जीवन में आए गणेशाया
खुशियां लेकर आए गणेशाया
विघ्न हर के ले जाए गणेशाया
5. गणपति बाप्पा मोरया,
मंगळमूर्ती मोरया,
पुढ़च्यावर्षी लवकरया
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