
नई दिल्ली| चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) बिपिन रावत ने उत्तरी सीमा पर चीन के आक्रामक रवैये और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी तमाम चुनौतियों के बीच बुधवार को कहा कि भारत ने वायु क्षेत्र में अपनी शक्ति मजबूत करना शुरू कर दिया है और इसके तहत देश 'रॉकेट फोर्स' तैयार करने पर विचार कर रहा है।
एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रावत ने पाकिस्तान को चीन का प्रॉक्सी करार दिया और कहा कि पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में छद्म युद्ध यानी प्रॉक्सी वॉर जारी रखेगा तथा यह पंजाब और देश के अन्य हिस्सों में भी दिक्कतें पैदा करने की कोशिश कर रहा है।
प्रमुख रक्षा अध्यक्ष ने उत्तरी सीमाओं पर चीन के आक्रामक रुख को रेखांकित करते हुए कहा, 'चाहे वह प्रत्यक्ष आक्रामकता हो या तकनीक के जरिए हो, हमें हर स्थिति के लिए तैयार रहना होगा और यह तैयारी तभी हो सकती है जब हम साथ काम करेंगे।' उन्होंने कहा कि कूटनीति, सूचना, सैन्य और आर्थिक कौशल के बाद टेक्नोलॉजी को राष्ट्रीय शक्ति का पांचवां स्तंभ माना जाना चाहिए।
भारत की वायु शक्ति को मज़बूत बनाने के कदमों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, 'हम रॉकेट फोर्स तैयार करने की तरफ देख रहे हैं।' हालांकि उन्होंने इस योजना के बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी।
वहीं अफगानिस्तान की स्थिति पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि किसी ने कभी ऐसा नहीं सोचा था कि तालिबानइतनी तेजी से देश पर कब्जा कर लेगा। उन्होंने कहा कि यह तो समय ही बताएगा कि आगे क्या होगा।
इस मौके पर पूर्व रक्षा सचिव एनएन वोहरा ने चीन के साथ 1962 के युद्ध से संबंधित हेंडरसन ब्रुक्स रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की अनुमति दिए जाने का आह्वान किया।

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