भोपाल । प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ आज बडवानी में होने वाली आदिवासी जन आक्रोश रैली व महासभा में शामिल होने के लिए पहुंच गए हैं, वे यहां जनसभा को संबोधित करेंगे। इसके लिए राजघाट रोड स्थित कृषि उपज मंडी में टेंट लगाया गया है। उधर कमलनाथ पर ‎निशाना साधते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ‎वीडी शर्मा ने कहा ‎कि देश में कांग्रेस अब अप्रासंगिक हो गई है। इस बारे में जिला कांग्रेस अध्यक्ष वीरेंद्रसिंह दरबार ने बताया कि आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार आदि मुद्दों को लेकर रैली में शामिल होने वाले हजारों लोग देशप्रदेश की सरकारों के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करेंगे, वहीं पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ सहित पदाधिकारी जनसभा को संबोधित करेंगे। कार्यक्रम की प्रभारी व महेश्वर विधायक विजयलक्ष्मी साधौ, राजपुर विधायक बाला बच्चन, सहायक प्रभारी व खरगोन विधायक रवि जोशी, जिले के प्रभारी सरदारपुर विधायक प्रताप ग्रेवाल आदि ने अधिक से अधिक संख्या में लोगों को शामिल हो रहे है। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से कांग्रेस विधायकों सहित पार्टी के पदाधिकारी शामिल हो रहे हैं। रैली व जनसभा में शामिल होने के लिए आसपास के जिलों से भी बड़ी संख्या में आदिवासी समाजजन शामिल हो रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस के अनुसूचित जनजाति विभाग के अध्यक्ष अजय शाह ने बताया कि पार्टी का मकसद आदिवासियों को एकजुट कर उन पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ आवाज बुलंद करना है। चाहे नेमावर में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की हत्या का मामला हो, फिर नीमच की घटना, आदिवासियों को प्रताड़ित किया जा रहा है। कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। कार्रवाई के नाम पर सिर्फ दिखावा हो रहा है। उधर, कांग्रेस की आदिवासी अधिकार यात्रा को लेकर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की 15 माह की सरकार को देश और समाज के सभी वर्गों ने देखा है। उन्होंने किसानों, जनुसूचित जाति-जनजाति से लेकर हर वर्ग को धोखा दिया है। अधिकार यात्रा की नौटंकी की जा रही है। दरअसल, कांग्रेस देश में अप्रसांगिक हो गई है। अनुसूचित जाति-जनजाति हो या फिर पिछड़ा वर्ग, सबको अधिकार देने का काम देश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राज्य में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया है। उन्होंने मीडिया से चर्चा में कहा कि कांग्रेस ने पिछड़ा वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण देने का लालीपाप दिया, पर न्यायालय में अपना महाधिवक्ता तक खड़ा नहीं किया। न्यायालय में यह गलत जानकारी भी दी कि प्रदेश में पिछड़ा वर्ग की आबादी 27 फीसद है। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ और दिग्विजय सिंह से सवाल किया कि वे बताएं कि उन्होंने यह कहा या नहीं कहा।