मध्यप्रदेश पुलिस ने मनी लॉड्रिंग मामले में बड़ा खुलासा करते हुए 8 लोगों को पकड़ा है। इस अंतरराज्यीय साइबर फ्रॉड के अब 700 से ज्यादा संदिग्ध पुलिस समेत देश की कई जांच एजेंसियों के रडार पर हैं। इनकी तलाश मध्यप्रदेश, भारत सरकार के अलावा झारखंड, आंध्रप्रदेश समेत कई राज्यों की पुलिस को थी।

सभी की संयुक्त कार्रवाई के बाद इन्हें बालाघाट पुलिस ने पकड़ा है। डीजीपी विवेक जौहरी ने यह जानकारी सोमवार को लॉ एंड ऑर्डर की बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को दी। उन्होंने बताया, अब तक इस नेटवर्क से जुड़े 8 मुख्य अपराधियों को बालाघाट, रांची, सरायकेला, देवगढ़ और चितूर से गिरफ्तार किया गया है।

इनकी गिरफ्तारी के बाद नेटवर्क में शामिल 700 से अधिक संदेही विभिन्न कानून प्रवर्तन एजेंसियों की जांच के दायरे में हैं। यह सभी आरोपी ओटीपी धोखाधड़ी, क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी ई कॉमर्स धोखाधड़ी, फर्जी आईडी, फर्जी मोबाइल नंबर, फर्जी पते, कालाबाजारी, कर चोरी, मनी लॉड्रिंग और आदतन चोरी के माल के लेनदेन में शामिल होकर अन्य तरीकों से चला रहे थे।

20 करोड़ की रकम का खुलासा

आरोपियों से धोखाधड़ी, कालाबाजारी, कर चोरी का पता चला है। इनसे देशभर में 20 करोड़ रुपए से अधिक के मनी लॉन्ड्रिंग नेटवर्क का खुलासा हुआ। नेटवर्क की जड़ों तक पहुंचने के लिए अन्य एजेंसियों जैसे आयकर विभाग और ईडी से संपर्क किया जा रहा है। धरपकड़ के लिए अति. पुलिस महानिदेशक, उप महानिरीक्षक बालाघाट, पुलिस अधीक्षक बालाघाट के निर्देशन में 7 टीमों को गठन किया गया है।