पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भोपाल में बुधवार को वैराग्यानंद गिरी महाराज 'मिर्ची बाबा' के गुफा मंदिर स्थित एक मंदिर में आयोजित शिव पूजन में शामिल हुए। कमलनाथ यहां करीब आधा घंटा रुके और साधु-संतों के साथ पूजा की। ये वही मिर्ची बाबा हैं, जिन्होंने भोपाल में लोकसभा चुनाव में दिग्विजय सिंह की जीत के लिए यज्ञ किया था, जिसमें उन्होंने संकल्प लिया था कि यदि दिग्विजय चुनाव हार जाते है तो मैं जल समाधि ले लूंगा।

दिग्विजय सिंह जब BJP प्रत्याशी प्रज्ञा ठाकुर से चुनाव हार गए तो मिर्ची बाबा भोपाल से चले गए थे, लेकिन कुछ समय बाद वे वापस आए और समाधि लेने को लेकर हाईवोल्टेज ड्रामा किया था। उन्होंने चेतावनी दी थी कि अगर उन्हें समाधि लेने से रोका गया तो वह अन्न-जल त्याग देंगे। इसके बाद जिला प्रशासन ने उन्हें होटल में ही नजरबंद कर दिया था।

सिंधिया का भी मिर्ची बाबा ने किया था समर्थन

कांग्रेस सरकार के दौरान कमलनाथ और सिंधिया के बीच सियासी तकरार हुई थी। सिंधिया ने अपनी ही सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरने की धमकी दी थी, तब मिर्ची बाबा सिंधिया के समर्थन में आ गए थे। उन्होंने सिंधिया के बयान को सही बताया था। साथ ही इस बात का भी आश्वासन दिया था कि अगर सिंधिया सड़कों पर उतरे तो वो भी उनके साथ सड़कों पर उतरेंगे।

लक्ष्मण सिंह ने कमलनाथ को मिर्ची बाबा से दूर रहने की दी थी सलाह

सिंधिया और उनके समर्थक मंत्रियों व विधायकों की बगावत के चलते कमलनाथ सरकार गिरने के बाद हुए उपचुनाव के दौरान मिर्ची बाबा एक बार फिर सक्रिय हुए थे। लेकिन दिग्विजय के भाई कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने कमलनाथ को मिर्ची बाबा से दूर रहने की सलाह दी थी। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा था- कांग्रेस के साथी, भाजपा और संघ की विचारधारा को निरन्तर कोसते हैं, मैं भी उनकी विचारधारा से सहमत नही हूं, परन्तु कांग्रेस की विचारधारा कहां लुप्त हो गई कि चुनाव में हमें दुष्ट तांत्रिक बाबाओं की मदद लेनी पड़ रही है।

शिवराज ने कहा- क्यों करवा रहे पूजा, वे ही जान

मिर्ची बाबा के कार्यक्रम में कमलनाथ के शामिल होने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि हमें तो यह उम्मीद है कि सब (कांग्रेस) महा वैक्सीनेशन अभियान में शामिल होंगे। श्रीमान कमलनाथ क्यों मिर्ची बाबा से पूजा करवा रहे हैं? यह वही जाने।