भोपाल। राजधानी के मिसरोद थाना इलाके मे एक किसान के सहारे ट्रैक्टर हड़पने वाले जालसाज गिरोह द्वारा बड़ी वारदात को अंजाम देने की घटना प्रकाश मे आई है। किसान को चंद रुपए देकर उसके दस्तावेज के आधार पर शोरूम से उधारी में ट्रैक्टर ले गए और पैसे देने का समय आया तो किसान बोला ट्रैक्टर चोरी हो गया। इस वारदात में बड़े गिरोह के शामिल होने की आशंका है। मामले मे पुलिस ने अमानत में ख्यानत का प्रकरण दर्ज कर आगे की जांच कर रही है। मिसरोद पुलिस के अनुसार बैरसिया थाने के ग्राम जमूसर कला में रहने वाला कमलेश जाटव किसान है। उसने ग्यारह मील में स्थित सन ट्रैक्टर के शोरूम में अपने जमीन के कुछ दस्तावेज लगाकर पांच लाख 60 हजार का ट्रैक्टर अप्रैल में ले गया था। लॉकडाउन लगने की वजह से जमीन के दस्तावेज पर जाटव को लोन मंजूर होने में समय लगा। लॉकडाउन समाप्त होने के बाद कुछ और दस्तावेज जब शोरूम संचालक ने मांगे तो वह बहानेबाजी करने लगा। इसके शोरूम के मैनेजर और अन्य कर्मचारी पहुंचे तो पता चला उसके घर पर ट्रैक्टर ही नहीं है। कमलेश जाटव ने कहा ट्रैक्टर को कुछ माह पहले चोरी हो चुका है, इसलिए अब मैं न तो ट्रैक्टर का लोन मंजूर कराऊंगा और न ही पैसे दूंगा। इसके बाद शोरूम के मैनेजर रामलखन सिंह ने कमलेश जाटव के खिलाफ मिसरोद थाने में लिखित शिकायत की थी। पुलिस ने शिकायत जांच के बाद कमलेश जाटव के खिलाफ अमानत में खयायत का प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस की पड़ताल में सामने आया है, कि गुना-शिवपुरी, राजगढ़ से लेकर राजस्थान के कुछ जिलों में एक बड़ा गिरोह सक्रिय है, जो ट्रैक्टर चोरी करता है। यही गिरोह किसानों और अन्य लोगों को कुछ रुपए देकर ट्रैक्टर शोरूम से उठवा देता है और फिर से कुछ रकम देकर नया ट्रैक्टर उठा ले जाता है। किसान के नाम पर ट्रैक्टर का लोन मंजूर होने के पहले ही यह गिरोह ट्रैक्टर को गायब कर देते हैं। ऐसे में किसान के नाम पर लोन का बोझ नहीं आता और वह लाखों रुपए कमा भी लेता है। पुलिस ने एक ऐसे ही गिरोह के इस वारदात में शामिल होने का सुराग मिला है। पुलिस गिरोह के लोगों के शामिल होने की अहम जानकारी मिलने पर उन्हें भी आरोपी बनाएगी।
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