कांग्रेस प्रवक्ता एवं महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने आज कहा कि हाल में कांस्टेबल भर्ती के पेपर लीक मामले की न्यायिक जांच करवाई जाए और हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग को भंग किया जाए।

यहां हरियाणा कांग्रेस के नेता होशियारी लाल शर्मा के निधन पर शोक व्यक्त करने आए  सुरजेवाला ने पत्रकारों से बातचीत में आरोप लगाया कि पिछले सात वर्ष में 28 पेपर लीक हो गए हैं जिससे हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की निष्पक्षता संदेहास्पद हो गई है।

सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि कि भारतीय जनता पार्टी - जननायक जनता पार्टी सरकार 'न पर्ची न खर्ची' के नाम पर सत्ता में आई लेकिन आज प्रदेश में सरकारी नौकरी गुणदोष की बजाय पेपर खरीदने की क्षमता पर निर्भर होती जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि पेपर लीक माफिया को राजनीतिक सरक्षंण प्राप्त है, रोजगार खत्म होता जा रहा है और सफेदपोश पेपर लीक की दुकान चला रहे हैं।

उन्होंने कहा कि पेपर बेचने वालों की बजाय छात्रों को हिरासत में लिया जा रहा है। ताजा प्रकरण में अब तक जितने मामले दर्ज हुए उनके चालान पेश नहीं किए जा रहे।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज ने पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच की बात कहकर अपनी पुलिस की निष्पक्षता पर खुद सवालिया निशान लगा दिया है जबकि प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला इससे घबरा रहे हैं जिससे लगता है कि दाल में काला नहीं है पूरी दाल ही काली है।

कांग्रेस प्रवक्ता ने चंडीगढ़ में विरोधी पक्ष नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा के अलावा विधायकों के साथ हुई धक्कामुक्की की आलोचना की और आरोप लगाया कि भाजपा-जजपा की तरफ से विधानसभा में भी तानाशाही रवैया अपनाया जा रहा है।