रविवार को रक्षा बंधन का पर्व मनाया जाएगा. इस दिन श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि है. विशेष बात ये है कि इस दिन सावन का आखिरी दिन भी है. इस दिन सावन मास का समापन होगा 23 अगस्त 2021 से भाद्रपद मास का आरंभ होगा. रक्षा बंधन का पर्व सावन मास का सबसे महत्वपूर्ण पर्व माना गया है. रक्षा बंधन पर बहने अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं. इस पर्व को बहुत ही पवित्र माना जाता है. राखी को रक्षा सूत्र भी कहते हैं. रक्षा बंधन पर बहने भाई की आरती उतार कर तिलक करती हैं रक्षा का वचन लेती हैं. ये पवित्र पर्व भाई-बहन के प्यार का प्रतीक भी है. रक्षा बंधन का पर्व संपूर्ण भारत में मनाया जाता है.
रक्षा बंधन का पर्व इस वर्ष शुभ संयोग में मनाया जाएगा. इस बार रक्षा बंधन पर शुभ योगों का निर्माण भी हो रहा है. पंचांग के अनुसार दो विशेष शुभ मुहूर्त का योग बना हुआ है. पूर्णिमा की तिथि पर धनिष्ठा नक्षत्र के साथ शोभन योग का शुभ योग बन रहा है. ज्योतिष शास्त्र में योग को शुभ योग माना गया है. रक्षाबंधन पर प्रात: 06 बजकर 15 मिनट से प्रात: 10 बजकर 34 मिनट तके तक शोभन योग रहेगा, धनिष्ठा नक्षत्र शाम को करीब 07 बजकर 39 मिनट तक रहेगा. 22 अगस्त 2021 को दोपहर 01 बजकर 42 मिनट दोपहर से शाम 04 बजकर 18 मिनट तक, राखी बांधना सबसे शुभ रहेगा. रक्षा बंधन पर कुछ बातों का ध्यान रखने की जरूरत है. इस दिन स्वच्छता के नियमों का पालन करें. क्रोध, अहंकार विवाद की स्थिति से दूर रहें. इसके साथ कोई ऐसा कार्य न करें जिससे लोगों को पीड़ा पहुंचे नियम के विरूद्ध हो. इस पर्व को हर्षोल्लास पूरी आस्था व श्रद्धा के साथ मानना चाहिए.
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