विदिशा कोर्ट परिसर शुक्रवार दोपहर अखाड़े में तब्दील हो गया। एक पुराने मामले में महिलाओं, युवतियों ने कुछ लोगों के साथ मिलकर एक वकील की जमकर धुनाई कर दी। महिलाओं ने वकील को लात, घूंसे और चप्पल से जमकर पीटा। वकील का कहना है कि इन्होंने प्लान के तहत मेरे आंख पर स्प्रे किया। मारपीट कर कपड़े फाड़ दिए। मैंने कोर्ट परिसर से भाग कर जान बचाई। वहीं, दूसरे पक्ष की युवती का कहना है कि वकील गवाही देने से रोक रहा था। उसने हमें परेशान करके रख दिया है।
टीआई सिविल लाइन कमलेश सोनी ने बताया कि एडवोकेट भागचंद अहिरवार और व्यापारी दीपक जैन के बीच पुराना विवाद है। उस केस के मामले में आज पेशी थी। पेशी के दौरान कोर्ट परिसर के सामने कुछ युवतियों और युवकों ने एडवोकेट भागचंद के साथ मारपीट कर दी। भागचंद न्यायालय परिसर में भागकर खुद को बचाया। बाद में मामले की शिकायत सिविल लाइन थाने में की गई। इधर, दूसरा पक्ष भी सिविल लाइन थाने पहुंचा।
एडवोकेट भागचंद का कहना है कि 2014 में एक महिला, जिसे दीपक जैन ब्लैकमेल कर रहा था। उस केस में मैंने सहयोग किया था। तभी से दीपक मुझ से दुश्मनी रखता है। मैं दोपहर में कोर्ट जा रहा था, तभी जैन के परिवार ने मुझ पर हमला कर दिया। इन्होंने मेरे कपड़े फाड़ दिए। मेरी आंखों में कुछ स्प्रे किया। इसके बाद लात-घूंसे, चप्पल और डंडे से मुझे पीटा। इन्होंने 14 हजार 500 रुपए और मोबाइल भी छीन लिया।
वहीं, दूसरे पक्ष की युवती का कहना है कि वह बयान देने कोर्ट आई थी। भागचंद ने उन्हें रास्ते में रोका लिया। उसने मारपीट की। बहन के पेट में लात मारी। वह लंबे समय से हमें परेशान कर रहा है। बार-बार गवाही देने से रोकता है। इसी बात को लेकर विवाद हुआ था। वहीं, पुलिस ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद मामला दर्ज करने की बात कही।
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