भूपेन्द्र यादव ने कहा कि गहलोत सरकार ने ढाई साल के शासन में प्रदेश की जनता के हित का कोई भी कार्य नहीं किया है उन्होने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था से लेकर सरकारी विकास कार्य एजेंसियिों की कार्ययोजनाएं जनता को भ्रमित कर उलटे विकास को अवरूद्ध करने वाली है। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की प्राथमिकता अपनी सरकार बचाने में अधिक है और जनहित के विकास में शून्य पर है। उन्होने कुर्सी बचाने का उदाहरण देते हुए कहा कि जगजाहिर है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच सत्ता की लड़ाई एक साल पहले चली थी जिसका पटाक्षेप आज तक नहीं हो पाया है दोनो के बीच की लड़ाई का खामियाजा प्रदेश सात करोड़ जनता को भुगतना पड रहा है। उन्होने जनआर्शीवाद यात्रा में पहुंची भीड़ को विश्वास दिलाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश का मान सम्मान तो बढ़ा है केन्द्रीय योजनाओं से प्रदेश के विकास को सौ प्रतिशत सफलता गहलोत सरकार नियम कायदो का अडग़ा डालकर नहीं मिलने दे रही है। उन्होने इस दौरान यह भी दावा किया कि प्रदेश सरकार की आपसी झगड़े की स्थिति दो पाटों जैसी हो गई है जनता समझ नहीं पा रही है की अपनी फरियाद किस पाट से करें किस्से नहीं ऐसे में प्रदेश की जनता ऊहापोह की स्थिति में फंसी है।