नई दिल्ली । सपा मुखिया व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि 2022 प्रदेश का सम्मान बचाने का चुनाव है। सत्ताधारी दल ने जनता से किया एक भी वायदा पूरा नहीं किया।अखिलेश यादव ने कहा कि कई भर्तियों को सात साल से सरकार उलझाए बैठी है। सीमाओं पर सरकार ठीक से काम नहीं कर पा रही है।  भारत की पहचान को खत्म करने की कोशिश हो रही है। भाजपा जातियों में झगड़ा लगाती है और पुरानी बातों में उलझाना चाहती है। लेकिन हमें आंतरिक स्वतंत्रता की रक्षा-सुरक्षा के लिए भी निरन्तर सजग, सचेत, सतर्क और संकल्पबद्ध रहना होगा। देश की आजादी के लिए लाखों लोगों ने अपने प्राण न्योछावर किए लेकिन यह सोचने का विषय है कि जिन उद्देश्यों के लिए स्वतंत्रता आंदोलन का संघर्ष हुआ क्या भारत उसी रास्ते पर है?  उन्होंने कहा कि देश में 1931 के बाद जातीय जनगणना ही नहीं हुई। सभी को अपनी आबादी के अनुपात में हक और सम्मान मिलना चाहिए। इस सरकार में सबसे ज्यादा उत्पीड़न और अन्याय पिछड़ों-दलितों के साथ हुआ है।  पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा सरकार में तरक्की और खुशहाली की दिशा में ऐतिहासिक काम हुए थे। प्रदेश में विश्वस्तरीय सड़कें, अस्पताल और  रोजगार में हमारी सरकार ने काम किया था। इस मौके पर उदय प्रताप सिंह, किरणमय नंदा, अहमद हसन, राजेन्द्र चौधरी, नरेश उत्तम पटेल समेत अन्य नेता मौजूद रहें।