घटना के वक्त पिता के खिलाफ बच्ची की मां और नानी ने पुलिस में बयान दिए थे, लेकिन कोर्ट में दोनों अपने बयानों से पलट गईं. कोर्ट ने मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर पिता को सजा सुनाई. क्योंकि, मेडिकल टेस्ट में बच्ची के साथ दुष्कर्म की पुष्टि हुई थी. मामले को लेकर विशेष न्यायाधीश वर्षा शर्मा ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि बच्ची के साथ ऐसी गंभीर घटना हुई और उसकी मां ने उसका पक्ष नहीं लिया. यहां तक की बच्ची को कोर्ट के सामने झूठ बोलने पर मजबूर किया गया. बच्ची के ऊपरी घाव तो भर सकते हैं, लेकिन उसकी अंतरात्मा में जो चोट लगी है, वह घाव कभी नहीं भरे जा सकते
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