एम्स अस्पताल के चिकित्सकों की लापरवाही - मरीज के पेट में छोड़ा भ्रूण
सीएम हेल्प लाइन पर शिकायत की तो बोले- एम्स की शिकायत नहीं लेते, परिवार अब सांसद प्रज्ञा से दोषियों पर कार्रवाई की करेगा मांग
महिला के
ससुर
प्रेम
यादव
ने
कहा
कि
एम्स
के
डॉक्टरों
की
लापरवाही
के
कारण
परिवार
मानसिक
रूप
से
परेशान
है।
उनकी
बहू
को
कमजोरी
के
कारण
शारीरिक
परेशानी
बढ़
गई
है।
यादव
ने
कहा
कि
हमारा
उद्देश्य
दोषियों
पर
कार्रवाई
है।
ताकि
अस्पताल
आने
वाले
गरीबों
के
इलाज
में
कोई
लापरवाही
ना
बरते।
इस
तरह
इलाज
में
लापरवाही
बरतने
से
मरीज
की
जान
तक
जा
सकती
है।
इस
तरह
गरीब
के
इलाज
में
दोबारा
लापरवाही
नहीं
होना
चाहिए।
यादव
ने
कहा
कि
वह
पूरे
मामले
को
सांसद
प्रज्ञा
ठाकुर,
स्वास्थ्य
मंत्री
प्रभूराम
चौधरी
और
चिकित्सा
शिक्षा
मंत्री
विश्वास
सारंग
के
सामने
न्याय
की
मांग
को
लेकर
रखेंगे।
इस
मामले
में
एम्स
के
डॉयरेक्टर
डॉक्टर
सरमन
सिंह
बोले
यह
मामला
संज्ञान
में
आया
है।
इसकी
जांच
करा
रहे
है।
क्या है मामला
बरखेड़ा पठानी निवासी लक्ष्मी यादव (29) को साढ़े तीन महीने का गर्भ था। पेट में दर्द हुआ तो 13 जुलाई को उन्होंने डॉक्टर को दिखाया। सोनोग्राफी में पता चला कि बच्चे की पेट में मौत हो गई। ऐसे में डॉक्टर ने गर्भपात करने की जरूरत बताई। डॉक्टरों ने गर्भपात कराकर 16 जुलाई को छुट्टी दी गई। लक्ष्मी को पेट में लगातार दर्द हो रहा था। 21 जुलाई को इतना ज्यादा दर्द हुआ कि लक्ष्मी को दोबारा एम्स लेकर पहुंचे। दोबारा भर्ती किया तो वहां फिर से सोनोग्राफी कराई। इसमें पता चला कि पेट में भ्रूण बचा हुआ है। डॉक्टरों ने गलती मानते हुए माफी भी मांगी। दोबारा गर्भपात कराया और 27 जुलाई को छुट्टी कर दी।
Source - https://bit.ly/3f8VmNM
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