मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रूद्राक्ष का पौधा रोपा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने प्रतिदिन एक पौधा लगाने के संकल्प के अंतर्गत स्मार्ट सिटी पार्क में आज रूद्राक्ष का पौधा लगाया तथा उसका जलाभिषेक किया।
आस्था का प्रतीक है रुद्राक्ष
रुद्राक्ष आस्था का प्रतीक है तथा पवित्र वृक्ष माना जाता है। इसके फल की मालाएँ भी धारण की जाती हैं। ऐसा जन-विश्वास है कि रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शंकर के नेत्रों के जलबिंदु से हुई। रुद्राक्ष शिव का वरदान है, जो संसार के भौतिक दु:खों को दूर करने के लिए प्रभु शंकर ने प्रकट किया। रुद्राक्ष धारण करने से सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है। रुद्राक्ष मंत्र-जाप के लिए भी पहने जाते हैं। इसके बीज मुख्य रूप से भारत और नेपाल में आभूषणों और माला के रूप में उपयोग किए जाते हैं। रुद्राक्ष मुख्य रूप से हिमालय के प्रदेशों में पाए जाते हैं। असम, मध्यप्रदेश, उत्तरांचल, अरूणांचल प्रदेश, बंगाल, हरिद्वार, गढ़वाल और देहरादून के जंगलों में भी पर्याप्त मात्रा में रुद्राक्ष पाए जाते हैं। गंगोत्री और यमुनोत्री क्षेत्र में भी रुद्राक्ष मिलते हैं। इसके अलावा दक्षिण भारत में नीलगिरि और मैसूर में तथा कर्नाटक और रामेश्वरम में भी रुद्राक्ष के वृक्ष देखे जा सकते हैं।
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