उज्जैन में एक बार फिर एक ही परिवार पर कोरोना कहर बनकर टूटा है। जिसमें महज सप्ताह भर में पिता पुत्र दोनों की कोरोना से मौत हो गई। यह विपदा उज्जैन के शाह परिवार पर उस वक्त आई है जब कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा लगातर कम हो रहा है और मंगलवार से उज्जैन अनलॉक भी हो गया है। ऐसे में जो लोग बेवजह घर से बाहर निकलने की सोच रहे हो तो देख लीजिए कोरोना अभी गया नहीं। सिर्फ संक्रमण की दर काम हुई है।
उज्जैन के प्रतिष्ठित व्यवसायी प्रिंटिंग और पैकेजिंग उद्योग चलाने वाले अशोक शाह की 26 मई को कोरोना से मौत हो गई। इसके बाद एक जून को उनके बेटे अंकित की भी मौत कोरोना से हो गई। अंकित को इंदौर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन उनकी जान बच नहीं सकी।
नई पेठ में छाया सन्नाटा
कोरोना पॉजिटिव की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। विजय अग्रवाल ने बताया कि नई पेठ में प्रिंटिंग और पैकेजिंग उद्योग चलाने वाले 61 वर्षीय अशोक शाह की मौत 26 मई को कोरोना के इलाज के दौरान अस्पताल में हो गई थी। इसके बाद एक जून को उनके पुत्र अंकित शाह की भी मौत इंदौर के निजी अस्पताल में कोरोना के इलाज के दौरान हो गई है। नई पेठ में एक ही परिवार में दो सदस्यों की मौत के बाद सन्नाटा है।
मिलनसार परिवार
पिता-पुत्र दोनों ही बेहद मिलनसार और शहर के सफल व्यवसाई थे। नई पेठ व्यापारी एसोसिएशन ने इस दुखद मृत्यु पर शोक जताया है। एसोसिएशन ने परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि शाह परिवार पिछले 40 वर्षों से भी अधिक समय से क्षेत्र में व्यवसाय कर रहे थे और बेहद मिलनसार परिवार के रूप में इस परिवार की गिनती होती रही है। प्रिंटिंग के क्षेत्र में सबसे पहले ऑफसेट मशीन लगाने वाले और बाद में पैकेजिंग के व्यवसाय में कदम रखने वाले शाह परिवार में जो क्षति हुई है उसकी पूर्ति संभव नहीं है।
दो सदस्यों का चल रहा इलाज
परिवार के अनेक सदस्य कोरोना की चपेट में आने के बाद अब भी अपना इलाज करवा रहे हैं। शाह परिवार के कुल चार सदस्य कोरोना से संक्रमित हो गए थे जिसमे से दो लोगों की दुखद मौत हो गई है। आपको बता दे कि शहर में रोजाना कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा कम हो रहा है लेकिन लगातार हो रही मौत डरा रही है। आज अनलॉक का पहला दिन है आप भी घर से बाहर निकले तो ये कदापि नहीं सोचे की कोरोना खत्म हो गया है।
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