भारतीय टीम बुधवार को इंग्लैंड दौरे के लिए रवाना होगी। इससे पहले कप्तान विराट कोहली ने प्लेयर्स के मेंटल हेल्थ को लेकर बात की है। उन्होंने कहा कि मनासिक शांति का बने रहना सबसे जरूरी है। इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। मेंटल हेल्थ के लिए जरूरी है कि खिलाड़ियों को बीच-बीच में ब्रेक मिलता रहे।
''मानसिक शांति बनाए रखना बेहद जरूरी''
विराट ने कहा- मौजूदा ढांचे में खुद को मोटिवेट करना और मानसिक शांति बनाए रखना काफी मुश्किल है। बायो-बबल में आप पूरे दिन खुद को पॉजिटिव रखने की सोचते हैं और दबाव में रहते हैं। आगे के समय यह और भी मुश्किल होने वाला है। इसलिए मानसिक शांति को बनाए रखना बहुत जरूरी है।
''खिलाड़ियों को ब्रेक लेने का पूरा हक है''
विराट ने कहा- बायो-बबल में खिलाड़ियों को फिलहाल मैदान और मैदान से रूम आने की ही इजाजत होती है। आपके पास इतना टाइम नहीं होता कि खुद को गेम से डिसकनेक्ट कर कहीं घूमने के लिए निकल जाएं। हमने जितनी मेहनत इस टीम को बनाने में की है, आप नहीं चाहते कि खिलाड़ी बस इसलिए टीम से निकालें जाएं, क्योंकि उन पर मानसिक दबाव है और वे उसे जाहिर नहीं कर पा रहे। अगर किसी खिलाड़ी को लगता है कि वह स्वस्थ नहीं है, तो उसे निश्चित तौर पर ब्रेक लेने का हक है।
WTC फाइनल के बाद टीम इंडिया को 42 दिन का ब्रेक
टीम इंडिया को 18 जून से 22 जून तक न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाले फाइनल के बाद 42 दिन का ब्रेक मिलेगा। उसके बाद टीम 4 अगस्त से इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलेगी। विराट ने कहा कि फाइनल के बाद हमारे पास खुद को रीफ्रेश करने का अच्छा मौका है। हम 5 मैच की टेस्ट सीरीज से पहले खुद को टाइम दे पाएंगे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लंबी सीरीज के दौरान हमें सख्त क्वारैंटाइन में रहना पड़ा था। उस दौरान हमें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था।
''न्यूजीलैंड और भारत के लिए कंडिशन एक जैसे''
विराट ने न्यूजीलैंड के खिलाफ फाइनल को लेकर भी बयान दिया। उन्होंने कहा- टीम टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचकर खुश है। हमने पिछले दिनों में काफी मेहनत की, यह उसी का नतीजा है। फाइनल में दोनों टीमों के लिए कंडिशन एक जैसी रहेंगी। मेरे ऊपर कोई प्रेशर नहीं है। हम अगर दूसरे लोगों की तरह सोचने लगे, तो इससे कोई फायदा नहीं होगा। हम फाइनल को इंजॉय करने वाले हैं। हमें इसे जीतने की पूरी कोशिश करेंगे।
3 दिन सख्त क्वारैंटाइन के नियमों का पालन करना होगा
भारतीय टीम गुरुवार को चार्टर्ड फ्लाइट से इंग्लैंड पहुंचेगी। टीम को साउथैंप्टन में 3 दिन तक सख्त क्वारैंटाइन नियमों का पालन करना होगा। इस दौरान खिलाड़ियों की हर रोज कोरोना जांच भी की जाएगी। इसके बाद खिलाड़ियों को छोटे-छोटे ग्रुप में प्रैक्टिस की इजाजत दी जाएगी। 10 दिन के बाद खिलाड़ी नॉर्मल प्रैक्टिस कर सकेंगे।
परिवार वालों को भी साथ ले जाने की इजाजत
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के बाद खिलाड़ियों को बायो-बबल में रहने की जरूरत नहीं होगी। इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने खिलाड़ियों के साथ उनके परिवार वालों को भी इंग्लैंड आने की परमिशन दे दी है। भारत का इंग्लैंड दौरा 14 सितंबर को खत्म होगा।
Please do not enter any spam link in the comment box.