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रतलाम। ऑनलाइन गेमिंग किस कदर जानलेवा हो सकता है। इसकी बानगी रतलाम जिले में दिखाई दी, जहां पर दोस्तों ने एक नाबालिग दोस्त को फ्री फायर गेम खेलने के बहाने से गांव के बाहर बुलाया और फ्री फायर गेम में दिए गए टास्क की भांति ही उसकी गर्दन बार-बार मरोड़ कर तोड़ दी। इतना ही नहीं आरोपियों ने बालक का शव जमीन में गाड़ दिया।
घटना रतलाम के आलोट से 5 किलोमीटर दूर दयालपुरा गांव की है। बताया जाता है कि आरोपी और मरने वाला बालक तीनों अच्छे मित्र थे। तीनों ऑनलाइन गेम के एडिक्ट थे। पुलिस ने बताया कि नेपाल सिंह ने शनिवार सुबह थाने पर जानकारी दी कि उनका बेटा विशाल सिंह (15) शुक्रवार रात से ही लापता है। शुक्रवार को ही उसके पास रात 9 बजे उसे फोन आया था। इसके बाद वह अपनी भाभी से बाहर जाने की बात कह कर निकला है। उसी के बाद से वह लापता था। मरने वाला बालक 9वीं का छात्र था।
थाना प्रभारी दीपक शेजवार ने अपनी टीम के साथ गांव में जब पूछताछ की तो गांव के लोगों ने पुलिस को बताया कि आखिरी बार विशाल अपने दोस्त उल्फत सिंह पिता शंकर सिंह (18) और एक 16 वर्षीय नाबालिग के साथ मोटरसाइकिल से जाते दिखा था। जिस पर पुलिस को उसके दोस्तों पर शक हुआ। पुलिस ने उनसे पूछताछ की तो दोनों गुमराह करने लगे। सख्ती पर पूछने पर हत्या की बात कबूल की।
बदला लेना चाहता था आरोपी
आरोपी उल्फत सिंह ने बताया कि विशाल सिंह उनके सिगरेट पीने, तंबाकू खाने और लड़कियों से संबंध होने की बात की उसके परिजनों को बताई थी। इसी के बाद से वह बदला लेना चाहता था। उसने फोन करके गेम खेलने बुलाया। फिर दोपहिया वाहन से गांव से कुछ दूरी पर ले गए। गेम में टास्क की तरह दोनों उसकी गर्दन को तेजी से घुमाने लगे, जिससे उसकी गर्दन की हड्डी टूट गई और मौके पर ही विशाल की मौत हो गई। इसके बाद दोनों ने शव को गड्डे में गाड़ दिया। उसपर मिट्टी व पत्थर डालकर सब को दबा दिया।
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