बता दें कि बीते दिनों विदिशा जिले के ग्राम मुरवास म एक दलित प्रतिनिधि की निर्मम हत्या के विरोध में आए दिन ऐसे विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं सभी संगठन एक होते हुए नजर आ रहे हैं भाई शिव सेना विदिशा से ज्ञापन दे रही हैै वहीं कांग्रेस व भाजपा विदिशा में आए दिन प्रदर्शन कर रही है विदिशा केे कांग्रेसी विधायक शशांक भार्गव द्वारा बा के कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध प्रदर्शन व ज्ञापन दिए जा रहे हैं
पर सवाल यह उठता है कि किसी व्यक्ति के मरने के बाद ही ऐसा क्यों होता है मरने से पहले व्यक्ति की सुनवाई क्यों नहीं संतराम बाल्मीकि जो की मुरवास के रहवासी उन्होंने प्रशासन को पहले ही सूचित कर दिया था बा इसकी शिकायत अधिकारियों को भी लिखित दर्ज करवाई थी पर कोई कार्यवाही नहीं करी गई क्या कारण था की कार्रवाई क्यों नहीं करवाई गई अब संतराम बाल्मीकि इस दुनिया में नहीं रहे जिन अपराधियों का विरोध कर रहे थे उन्होंने ही दिनदहाड़े निर्मम हत्या कर दी क्यों नहीं डरते अब यह अपराधी अपराध करने मैं क्या इनके हाथ नहीं काटते क्यों डर नहीं है इनको शासन प्रशासन का अब संतराम बाल्मीकि इस दुनिया में नहीं रहे उनकी हत्या के बाद ही प्रशासन जाग उठा है बा कार्यवाही कर रहा है
रायसेन से editor-in-chief अभिषेक मालवीय की खास रिपोर्ट
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