10.50 लाख लेकर काकौत के अमन को साउथ कोरिया की बजाए भेजा ताइवान, 2 महीने जेल में रहा
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10.50 लाख लेकर काकौत के अमन को साउथ कोरिया की बजाए भेजा ताइवान, 2 महीने जेल में रहा

गांव काकौत के अमन को वर्क परमिट पर साउथ कोरिया भेजने की बात कहकर सिंचाई विभाग के कर्मचारी सहित तीन लोगों ने 10.50 लाख रुपए हड़प लिए। आरोपियों ने युवक को साउथ कोरिया की बजाय टूरिस्ट वीजा पर ताइवान भेज दिया। समय पूरा होने के बाद वहां की पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके जेल में डाल दिया। युवक दो महीने से ज्यादा जेल में रहा। धोखाधड़ी का पता चलने पर पिता जंगीर सिंह ने तितरम थाना में शिकायत दी तो पुलिस ने कोरे कागज पर अंगूठा लगवाकर खुद ही राजीनामा लिख दिया। हवालात में डालने की धमकी भी दी गई। तंग होकर जंगीर ने आईजी को शिकायत भेजी तो महिला सहित तीन लोगों पर केस दर्ज हुआ।

गांव काकौत निवासी जंगीर ने बताया कि वह अपने बेटे अमन को साउथ कोरिया भेजना चाहता था। इस बारे में उनकी मुलाकात सांघन निवासी दीपक, दीपक की पत्नी व हाबड़ी निवासी सुनील कुमार से हुई। आरोपियों ने साउथ कोरिया भेजने के 10.50 लाख रुपए मांगे। उन्होंने आरेापियों को शुरुआत में पांच लाख रुपए दिए तो अमन को एक महीने में विदेश भेजने का आश्वासन मिला। बकाया राशि बाद में देनी तय हुई। 10-15 दिन आरोपियों ने कहा कि अमन का साउथ कोरिया का वीजा लग गया है। आरोपी उनसे बकाया राशि भी ले गए। रुपए लेने के बाद आरोपी टाल-मटोल करने लगे और कई महीने बीत गए।

25 मई 2018 को कहा कि अमन का साउथ कोरिया की बजाए ताइवान का वीजा लगा है वहां से अमन को साउथ कोरिया भेजेंगे। ताइवान भी टूरिस्ट वीजा पर भेजा। जब आरोपियों से बात कि तो जवाब मिला कि ताइवान पहुंचने पर टूरिस्ट वीजा को वर्क परमिट में बदलवाना हमारी जिम्मेदारी है। एक महीने के बाद ताइवान पुलिस ने अमन को जेल भेज दिया। रुपए न होने की वजह से वे अपने बेटे को नहीं छुड़वा नहीं सके। दो महीने बाद अमन को भारत डिपोर्ट कर दिया।

पीड़ित का आरोप- राजीनामे के विरोध पर पुलिस ने दी धमकी

पीड़ित का आरोप है कि वह और उसका बेटा आरोपी के घर कई बार गए, लेकिन पता चला कि वह सिंचाई विभाग कैथल में ड्यूटी पर है। आरोपी के मोबाइल पर संपर्क करके रुपए मांगे तो वह टाल-मटोल करने लगा और रुपए देने से इनकार कर दिया। तितरम थाना में शिकायत दी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। पुलिस ने कोरे कागज पर उसके अंगूठा लगवाकर खुद ही राजीनामा लिख दिया। पुलिस की हरकत का विरोध किया तो पुलिस ने धमकी दी कि यहां से चला जा, नहीं तो हवालात में बंद कर देंगे। आरोपी भी धमकी देते कि हमारी पहुंच बहुत ऊपर तक है, तुम्हारे खिलाफ केस दर्ज करवाकर जेल भिजवा देंगे। आरोपियों ने रुपए मांगने पर जान से मारने की धमकी भी दी।

ब्याज पर रुपए लेकर भेजा था विदेश

जंगीर ने बताया कि वह खेती करता है। उसके दो बेटे हैं। वह चाहता था कि एक बेटे का विदेश भेज दूंगा तो घर के आर्थिक हालात सुधर जाएंगे इसलिए बड़े बेटे अमन को विदेश भेजने का प्लान बनाया था। भाई का ट्रैक्टर बेचकर, आढ़ती व रिश्तेदारों से ब्याज पर रुपए लेकर बेटे को विदेश भेजा था, लेकिन एजेंट ने धोखा दिया। बेटे की विदेश में गिरफ्तारी का पता चला तो परिवार के किसी सदस्य को नहीं बताया, क्योंकि वे चिंता करते। जमीन बिकने जैसे हालात हो गए हैं।

खाली कागज के ऊपर अंगूठा लगवाने की बात गलत है, कोई भी पुलिस अधिकारी खाली कागजात पर अंगूठा नहीं लगवाता। धोखाधड़ी के मामलों में प्राथमिक जांच के बाद ही केस दर्ज होते हैं। विदेश भेजने के नाम पर धोखाधड़ी के मामलों के लिए अब प्रदेश स्तर पर एसआईटी भी गठित है। शिकायत के आधार पर सभी आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
एसआई राजकुमार, एसएचओ थाना तितरम।

अमेरिका भेजने के नाम पर युवक से ठगे 23 लाख रुपए

करनाल जिला के गांव झीमरीखेड़ा निवासी बिंटू ने बताया कि गांव जटहेड़ी निवासी गुरमेल अपनी रिश्तेदारी में आया हुआ था, जहां उसकी मुलाकात गुरमेल से हुई। गुरमेल ने कहा था कि मैं तुम्हें अमेरिका भेज दूंगा, जहां तुम बढ़िया रुपए कमा सकते हो। आरोपी ने उसकी बात जांबा निवासी सतपाल से करवाई। आरोपी ने अमेरिका भेजने के नाम पर उससे 18 लाख रुपए मांगे। जडौला निवासी कृष्ण की मौजूदगी में आरोपियों को तीन किश्तों में 18 लाख रुपए दिए। 9 मई 2018 को उसे फ्लाइट में बैठाया, लेकिन अमेरिका की बजाय उसे छोटे से देश में उतारा। जहां से उसे कई देशों के रास्ते से होते हुए अवैध तरीके से अमेरिका पहुंचाया।

अमेरिका पहुंचते ही पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल डाल दिया। जेल से निकलने में उसके 7 लाख रुपए खर्च हो गए। सितंबर 2019 में उसे मुश्किल से दो लाख रुपए वापस किए। बकाया रुपए मांगने पर जान से मारने की धमकी दी। आरोप है कि जांबा निवासी सतपाल व जटहेड़ी निवासी गुरमेल ने उसे अमेरिका भेजने के नाम पर 23 लाख रुपए ठगे हैं। पूंडरी थाना पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच एसआई महासिंह को सौंपी है।

विदेश भेजने के नाम पर लिए 15 लाख और भेजा भी नहीं

तीसरे मामले में मूंदड़ी निवासी सोनू ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया कि गांव मूंदड़ी निवासी मनीष व जडौला निवासी अंकुश ने उसे विदेश भेजने का झांसा दिया था। आरोपियों ने उससे 15 लाख रुपए हड़प लिए। रुपए लेने के बाद भी आरोपियों ने उसे वैध तरीके से विदेश नहीं भेजा। रुपए वापस मांगे तो जान से मारने की धमकी मिली। पूंडरी थाना पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच एसआई जयकिशन को सौंप दी है।



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