ब्लॉक स्तर पर लग रहे स्वास्थ्य मेलों में आयुष पद्धति से भी किया जा रहा है मरीजों का उपचार
आजादी के अमृत महोत्सव में प्रदेश में 22 अप्रैल तक लगेंगे स्वास्थ्य मेले
रायसेन जिले सहित प्रदेश में आजादी के अमृत महोत्सव में 18 अप्रैल से ब्लॉक स्तर पर स्वास्थ्य मेले आयोजित किये जा रहे है। स्वास्थ्य मेले में स्वास्थ्य विभाग के साथ आयुष विभाग द्वारा भी मरीजों का भारतीय चिकित्सा पद्धति प्रमुख रूप से आयुर्वेद, होम्योपेथी एवं यूनानी चिकित्सा पद्धति से ईलाज किया जा रहा है।
स्वास्थ्य मेले के संबंध में आयुष विभाग ने प्रदेश में पदस्थ विभागीय अधिकारी और चिकित्सकों को दिशा-निर्देश जारी किये है। विभागीय अधिकारियों से कहा गया है कि स्वास्थ्य मेले में आयुष हेल्थ एण्ड वैलनेस सेण्टर की गतिविधियों पर केन्द्रित स्टॉल आवश्यक रूप से लगाया जाए। मेले में नागरिकों को योग और मेडिटेशन के महत्व के बारे में भी जानकारी दी जाएँ। प्रदेश में लगाएँ जा रहे स्वास्थ्य मेले में नागरिकों को किचन गार्डन में लगाए जाने वाले औषधि पौधों एवं घरेलू उपचार के संबंध में भी जानकारी दी जा रही है। स्वास्थ्य शिविर में उपस्थित होने वाले मरीजों का विशिष्ट स्वास्थ्य पहचान-पत्र भी बनाया जा रहा है। यह कार्ड आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के अंतर्गत बनाया जा रहा है।
ब्लॉक स्तर पर लगाएँ जा रहे स्वास्थ्य मेलों में आयुष विभाग के चिकित्सक मरीजों को विभाग के श्आयुष क्योर एपश् के बारे में जानकारी दे रहे है। इस एप के माध्यम से नागरिकों को घर बैठे निरूशुल्क लाईव वीडियो कॉल द्वारा आयुष चिकित्सा विशेषज्ञों से परामर्श लेने की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। एप पर आम नागरिक अपना पंजीयन कराकर सुविधानुसार आयुर्वेद, होम्योपैथी एवं यूनानी चिकित्सा पद्धति का चयन कर सकते है। अभी तक करीब 40 हजार लोगों ने गूगल प्ले स्टोर से एप डाउनलोड किया है।
आजादी के अमृत महोत्सव में प्रदेश में 22 अप्रैल तक लगेंगे स्वास्थ्य मेले
स्वास्थ्य मेले के संबंध में आयुष विभाग ने प्रदेश में पदस्थ विभागीय अधिकारी और चिकित्सकों को दिशा-निर्देश जारी किये है। विभागीय अधिकारियों से कहा गया है कि स्वास्थ्य मेले में आयुष हेल्थ एण्ड वैलनेस सेण्टर की गतिविधियों पर केन्द्रित स्टॉल आवश्यक रूप से लगाया जाए। मेले में नागरिकों को योग और मेडिटेशन के महत्व के बारे में भी जानकारी दी जाएँ। प्रदेश में लगाएँ जा रहे स्वास्थ्य मेले में नागरिकों को किचन गार्डन में लगाए जाने वाले औषधि पौधों एवं घरेलू उपचार के संबंध में भी जानकारी दी जा रही है। स्वास्थ्य शिविर में उपस्थित होने वाले मरीजों का विशिष्ट स्वास्थ्य पहचान-पत्र भी बनाया जा रहा है। यह कार्ड आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के अंतर्गत बनाया जा रहा है।
ब्लॉक स्तर पर लगाएँ जा रहे स्वास्थ्य मेलों में आयुष विभाग के चिकित्सक मरीजों को विभाग के श्आयुष क्योर एपश् के बारे में जानकारी दे रहे है। इस एप के माध्यम से नागरिकों को घर बैठे निरूशुल्क लाईव वीडियो कॉल द्वारा आयुष चिकित्सा विशेषज्ञों से परामर्श लेने की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। एप पर आम नागरिक अपना पंजीयन कराकर सुविधानुसार आयुर्वेद, होम्योपैथी एवं यूनानी चिकित्सा पद्धति का चयन कर सकते है। अभी तक करीब 40 हजार लोगों ने गूगल प्ले स्टोर से एप डाउनलोड किया है।
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