बुरहानपुर/20 फरवरी, 2022/- आप अपने बैंक खाते में रूपये डालते है तथा जरूरत पड़ने पर खाते से रूपये निकालते है। अर्थात जब तक हम अपने बैंक खाते में रूपया डालते रहेंगे तब तक हम रूपया निकालकर उसका इस्तेमाल करते रहेंगे। इसी प्रकार जल की उपलब्धता बनाये रखने के लिए हमें वाटर रिचार्ज करना पड़ता है। जब हम जल स्त्रोत में जल संरक्षण तथा संग्रहण करेंगे तभी हम उसका उपयोग आसानी से कर पायेंगे। यह उदाहरण देकर कलेक्टर प्रवीण सिंह ने बसाली ग्राम पहुँचकर ग्रामीणों को जल संरक्षण के प्रति प्रेरित किया।
ग्रामीणों ने तालाब निर्माण की बात कही
प्रेरित हुए बसाली के ग्रामीणों ने ग्रीष्म ऋतु में जल संकट से बचाव के लिए एक बड़ा तालाब निर्माण की बात कही। उन्होंने कलेक्टर के सम्मुख एक जिम्मेदार नागरिक होने के साथ जानकारी देते हुए कहा कि यदि तालाब निर्माण होने से ग्राम में अन्य कार्यो में सुविधा होगी। कलेक्टर श्री सिंह ने ग्रामीणों को आश्वासन देते हुए कहा कि स्थल देखकर कार्ययोजना बनाते है।
ग्राम खातला, दहीनाला, खातला वनग्राम, बसाली, गढ़ताल तथा सोलाबलड़ी के दौरे पर रहे कलेक्टर एवं सीईओ
आज कलेक्टर श्री प्रवीण सिंह एवं जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री रोहित सिसोनिया ने संयुक्त रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में जल जीवन के कार्यो तथा ग्रामीण विकास के कार्यो का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने ग्राम खातला, दहीनाला, खातला वनग्राम, बसाली, गढ़ताल तथा सोलाबलड़ी का दौरा किया। इस दौरान कार्यो का निरीक्षण करते हुए कलेक्टर श्री सिंह ने सब इंजीनियर, सचिव तथा सरपंच से चर्चा करते हुए जानकारी प्राप्त की।
ग्रामीणों से आपसी समन्वय स्थापित करने की अपील
ग्रामीणों से चर्चा करते हुए कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि ग्राम पंचायतों में वाटर टेस्टिंग किट का उपयोग किया जाये तथा सभी ग्रामीणों को शुद्ध गुणवत्तायुक्त जल प्राप्त हो। जल जीवन मिशन के तहत योजना के बेहतर क्रियान्वयन हेतु कलेक्टर श्री सिंह ने ग्रामीणजनों से आपसी समन्वय स्थापित करने की अपील की तथा स्वयं सहायता समूहों को वसूली के कार्य करने हेतु निर्देशित किया।
जलसंरक्षण गतिविधियाँ जारी रखें
कलेक्टर श्री सिंह एवं सीईओ श्री सिसोनिया संयुक्त रूप से भ्रमण करते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में जल संरक्षण के लिए की जा रही गतिविधियों, विकास कार्यो को देखा। जल स्त्रोतों का निरीक्षण करते हुए कलेक्टर श्री सिंह ने ग्रामीण विकास की टीम को निर्देशित किया कि जल संरक्षण को दृष्टिगत रखते हुए गतिविधियां संपादित करें, जिससे कि चेक डेम, स्टॉप डेम, तालाबों तथा अन्य जल स्त्रोतों में 12 महीने पानी रहें, ताकि ग्रामीणों को पानी की समस्याओं का सामना ना करना पडे़। निरीक्षण में उन्होंने पानी की मोटर की भी जांच की तथा बनाई गई जल संरचना का अवलोकन किया। निरीक्षण के दौरान लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग प्रभारी कार्यपालन यंत्री श्री बुंदेला सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण तथा कर्मचारीगण मौजूद रहे।
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