होशंगाबाद/04,फरवरी,2022/पशु पालन एवं डेयरी विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार भारत सरकार के मत्स्य, पशुपालन एवं डेयरी विभाग के अधीन पशुपालन एवं डेयरी विभाग द्वारा नवीन केन्द्रीय प्रवर्तित योजना-राष्ट्रीय-पशुधन मिशन वर्ष 2021-22 से 2025-26 तक अनुमोदन की गई है जिसका मुख्य उद्देश्य जिले में मुर्गीपालन, बकरी पालन, सूकर पालन तथा चरी-चारा विकास में उद्यमिता विकास के साथ-साथ बकरियों एवं सूकर की नस्ल में सुधार तथा चारा उत्पादन में सुधार लाना है।
योजना के क्रियान्वयन हेतु मध्यप्रदेश शासन पशुपालन एवं डेयरी विभाग, उद्यमिता विकास कार्यक्रम अन्तर्गत निम्न परियोजनाओं हेतु व्यक्गित, कृषक उत्पादन संस्था, स्व-सहायता समूह से आवेदन आमंत्रित है। इन योजनाओं का लाभ लेने से पूर्व प्रशिक्षण, अनुभव प्रमाण-पत्र प्राप्त करना आवश्यक है। ग्रामीण कुक्कुट उद्यमिता मॉडल - ला इनपुट टेक्नालॉजी वाले कम से कम एक हजार पेरेन्ट पक्षी का फार्म प्रति सप्ताह, तीन हजार हैचिंग अंडा सेटिंग की क्षमता वाली हैचरी के साथ-साथ प्रति सप्ताह दो हजार चूजों की बुडिंग की क्षमता वाली मदर यूनिट की स्थापना के लिए (इकाई लागत- 34.73 लाख रूपए अधिकतम अनुदान राशि 25 लाख रूपए) बकरी इकाई- 500 मादा 25 नर की इकाई स्थापना के लिए (इकाई लागत- 87.30 लाख रूपए अधिकतम अनुदान राशि 50 लाख रूपए) चारा उत्पादन इकाई- साइलेज, फॉडर ब्लॉक निर्माण इकाई की स्थापना हेतु। योजना (साइज हेतु इकाई लागत- 87.30 लाख रू. अधिकतम अनुदान राशि 50 लाख रू) (फाडर ब्लॉक निर्माण हेतु इकाई लागत 85 लाख रू अधिकतम अनुदान राशि 50 लाख रू.) परियोजनाओं का विस्तृत विवरण, आवेदन पत्र पात्रता तथा अनुदान हेतु पात्र मशीन व उपकरणों की सूची अभिरूचि की अभिव्यक्ति की अवधि, प्राप्त प्रस्तावों के परीक्षण, अनुदान राशि की उपलब्धता, प्राप्त प्रस्तावों की स्वीकृति, अस्वीकृति के अधिकारी सम्बन्धित जानकारी विभाग की वेबसाइट mpdah.gov.in पर उपलब्ध है। जिले के युवा उद्यमियों, पशुपालकों, हितग्राहियों से अनुरोध है कि अधिक जानकारी के लिए अपने ग्राम के निकटतम पशु चिकित्सालय में उक्त योजनाओं का लाभ लेने हेतु संपर्क कर सकते हैं ताकि योजना अन्तर्गत ऋण प्राप्त करने से पूर्व नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय जबलपुर से प्रशिक्षण प्राप्त करवाया जा सके।
Please do not enter any spam link in the comment box.