जिले की बहोरीबंद तहसील के खड़रा निवासी युवा कृषक ने भी परंपरागत खेती की राह को छोड़कर शासन की योजनाओं का लाभ लेते हुए उद्यानिकी की फसलों का रूख किया है और अच्छा खासा मुनाफा कमा रहे हैं। खड़रा गांव निवासी कृषक शशांक पटेल पहले परंपरागत तरीके से खेती करते थे। इस बीच उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों ने उनसे संपर्क किया और विभाग की योजनाओं, अनुदान के संबंध में जानकारी दी। उद्यानिकी की शेडनेट निर्माण योजना से प्रेरित होकर किसान ने आवेदन दिया। उसके बाद विभाग ने योजना के तहत वर्ष 2021-22 में कृषक शशांक के शेडनेट निर्माण को स्वीकृति प्रदान की। योजना के अंतर्गत कृषक की एक एकड़ भूमि पर शेडनेट का निर्माण कराया गया। जिसमें उसने शिमला मिर्च की खेती प्रारंभ की। शेडनेट हाउस का निर्माण 28 लाख 40 हजार रूपये की लागत से हुआ। जिसमें कृषक को शासन की योजना के तहत 14 लाख 20 हजार रूपये का अनुदान उसके खाते के माध्यम से प्रदान किया गया।
एक ही साल में अच्छा खासा मुनाफा
कृषक शशांक पटेल ने बताया कि उन्होंने अपने शेडनेट हाउस में शिमला की खेती प्रारंभ की। जिसमें पीले रंग व हरे रंग की शिमला वे एक साल से उगा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पहली ही बार उनके शेडनेट हाउस में एक किं्वटल 13 किलो शिमला का उत्पादन हुआ था। दूसरी बार में 56 किलो और जनवरी माह में हुई तीसरी तुड़ाई में 140 किलो शिमला मिर्च का उत्पादन किसान के शेडनेट हाउस में हुआ है। कृषक शशांक का कहना है कि प्रदेश सरकार की योजना के कारण उन्होंने उद्यानिकी की राह पकड़ी, जिससे अब उन्हें अच्छा खासा मुनाफा प्राप्त हो रहा है।
Please do not enter any spam link in the comment box.