भोपाल । ग्वालियर-चंबल संभाग से दूसरे देशों में एक्सपोर्ट होने वाला सेंड स्टोन इन दिनों काफी कम मात्रा में जा पा रहा है। इसकी वजह है कि कंटेनर के भाड़े में बढ़ोतरी होना। नवंबर-2021 में 4200 डॉलर पर जा पहुंचा कंटेनर का भाड़ा इन दिनों 7100 डॉलर का आंकड़ा पार कर चुका है। ऐसे में निर्यातक उद्यमियों को परेशानी हो रही है और तीन महीने में सेंड स्टोन का एक्सपोर्ट गिरकर महज 5 से 10 फीसदी ही रह गया है।
ग्वालियर-चंबल संभाग के ग्वालियर, शिवपुरी और मुरैना से निकलने वाला सेंड स्टोन आस्टे्रलिया, दुबई, इंग्लैंड, अमेरिका, चीन, दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलैंड, संयुक्त अरब अमीरात, आस्ट्रिया, रूस, जर्मनी, फ्रांस, स्पेन, पुर्तगाल, स्विट्जरलैंड, नार्वे, आयरलैंड, नीदरलैंड, इटली, बेल्जियम, फिनलैंड सहित करीब 50 देशों में एक्सपोर्ट किया जाता है। यहां से हर वर्ष करीब 6 हजार कंटेनर बाहर जाते हैं। एक कंटेनर में 27 मिट्रिक टन पत्थर आता है और इसकी कीमत 8 से 12 लाख रुपए होती है। पहले एक महीने में करीब 500 कंटेनर भेजे जाते थे, वहीं अब भाड़ा बढऩे के कारण सिर्फ 50 से 100 कंटेनर जा पा रहे हैं।
इसलिए बढ़ रहा कंटेनर का भाड़ा
पहले हमारे यहां चाइना से इंपोर्ट होने के कारण कंटेनर सस्ते में मिल जाते थे। पर कुछ समय पूर्व चाइना से इंपोर्ट बंद होने के कारण ऐसा नहीं हो पा रहा है। चाइना से माल का इंपोर्ट होने के बाद खाली होने वाले कंटेनर में यहां का माल भेज दिया जाता था। अब इसका भाड़ा इसलिए महंगा पड़ा रहा है क्योंकि देश में कंटेनर उपलब्ध कराने वालीं आठ कंपनियां बाहर से कंटेनर को मंगाती हैं तो इस पर आने और जाने दोनों तरफ का भाड़ा लग रहा है। पहले बाहर के कंटेनर का जो मूल्य होता था उस मूल्य का 50 फीसदी कंटेनर का भाड़ा ही लगता था, अब यह 100 फीसदी ही लग रहा है। यानी सेंड स्टोन की कीमत में 33 फीसदी का इजाफा हो गया है। साढ़े सात लाख रुपए का एक कंटेनर पहले पड़ता था वही अब बढ़कर 10 लाख रुपए का पडऩे लगा है।
इनका कहना
ग्वालियर-चंबल संभाग के एक्सपोर्ट को बचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुद्रीय परिवहन अनुदान की नितांत आवश्यकता है। केंद्रीय सरकार को इस ओर समय रहते ध्यान देना चाहिए नहीं तो स्थिति भयावह हो जाएगी और एक्सपोर्ट कर पाना काफी मुश्किल हो जाएगा। इससे स्थानीय लोगों का रोजगार कम होने के साथ-साथ देश को विदेशी मुद्रा मिलने में भी दिक्कत हो जाएगी।
- सत्यप्रकाश शुक्ला, अध्यक्ष, स्टोन पार्क इंडस्ट्रीज ऐसोसिएशन