राज्य शासन नीति अन्तर्गत सुपोषित मध्य प्रदेश की संकल्पना को पूर्वरूप देने हेतु आवश्यक है कि बच्चों के पोषण समृद्धि विषय को परिवार एवं सामुदायिक, सहभागिता से प्रदेश में जन आंदोलन का स्वरूप दिया जावे। बच्चे के माता-पिता की बच्चों के पोषण संबंधी जागरूकता ही बच्चे के पोषण स्तर को बेहतर बनाये रखने में महत्वापूर्ण भूमिका निभाती है। ‘’सघन पोषण पखवाड़ा’’ अन्तर्गत समाज के सभी वर्गाे और क्षेत्रों में बच्चों के पोषण के प्रति परिवार एवं समुदाय को जागरूक करना एवं स्वस्थ रहने हेतु परिवार एवं बच्चों में स्पर्धा की भावना को बढ़ावा देना तथा वर्तमान में पोषण के स्तर की जानकारी प्राप्त करना।
कलेक्टर श्री प्रवीण सिंह ने ‘’सघन पोषण पखवाड़ा’’ के सफल आयोजन हेतु समस्त परियोजना अधिकारियों, सेक्टर पर्यवेक्षक सहित अन्य संबंधितों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये है। उन्होंने निर्देशित किया है कि, ग्राम/शहरी वार्डवार हितग्राहियों के अधिकतम पंजीयन हेतु सूक्ष्म कार्ययोजना तैयार की जावे। ‘’सघन पोषण पखवाड़ा’’ के आयोजन पूर्व निम्नानुसार कार्यवाही आंगनवाड़ी क्षेत्र/ग्राम/शहरी वार्ड वार की जाये।
प्रारंभिक तैयारी
1. ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र हेतु पृथक से सूक्ष्म/कार्ययोजना तैयार कि जाकर जिला कार्यालय को प्रेषित कर जन्म से 6 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों की संख्या का आंकलन कर ‘’सघन पोषण पखवाड़ा’’ दिवसवार लक्ष्य निर्धारण कर कार्रवाई की जाए।
2. अनक्वर्ड क्षेत्र के लिये शासकीय एवं अशासकीय संस्थाओं के समन्वय से शारीरिक माप ऐजेंसी नामांकित कर पर्यवेक्षक के माध्यम से परियोजना अधिकारी द्वारा उनके सहयोग हेतु क्षेत्रों का निर्धारण कर बच्चों के शारीरिक माह हेतु जिम्मेदारी निर्धारित की जावे।
3. बच्चांे के शारीरिक माप हेतु आवश्यक उपकरण इनफेनिंटो मीटर, स्टीडियो मीटर एवं सॉल्टचर स्केल आदि की केन्द्रवार आकलन किया जाकर अनुपलब्धता की स्थिति में उपकरण साझा किये जाने की व्यवस्था एवं समय निर्धारण किया जावे।
4. ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में आंगनवाडी क्षेत्र के प्रत्येक मोहल्ले/पारे/टोले-मंजरे-ढाणे/ वार्ड स्तर के लिये सहयोगिनी मातृ समिति, शौर्यादल, स्वयं सहायता समूह एवं स्थानिय स्तर पर विभिन्न समितियों के सदस्यो को सम्मिलित कर सहयोगी दल का गठन किया जावे।
5. जिले के सहयोगी संस्थाआंे के सहयोग से आंगनवाडी कार्यकर्ता तथा अन्य नामांकित माप एजेंसियो का शारारिक माप लेने हेतु प्रशिक्षण अनिवार्यतः कराया जावे।
6. पारिवार को आंगनवाडी केन्द्र की सूक्ष्म कार्ययोजना के अनुसार बच्चों के शारीरिक माप हेतु निर्धारित दिवस और समय तथा स्थान से आयोजन पूर्व यह अवगत कराया जाये।
7. ग्रामीण एवं शहरी अनक्वर्ड क्षेत्र हेतु स्कूूल शिक्षा, स्वास्थ्य तथा जनजातीय कार्य विभाग के साथ समन्वय से विशिष्ट शिविरो की आयोजन की सूक्ष्म कार्ययोजना तैयार की जावे।
8. ।कवचज ।द ।ंदहंदूंकप अंतर्गत पंजीकृत सहयोगियों का सद्यन पोषण पखवाडा अंतर्गत सहयोग प्राप्त किया जाये।
कार्यक्रम का क्रियान्वयन
1. ‘’सघन पोषण पखवाड़ा’’का प्रारंभ दिनांक 15 फरवरी को समारोहपूर्वक किया जावे तथा प्रथम सप्ताह (15 से 22 फरवरी 2022) प्रातः से शाम 5 बजे के मध्य आंगनवाड़ी पर ही बच्चों का शारीरिक माप किया जाव, शेष दिवसों में 1 बजे के बाद टोले, मंजरे एवं अनकवर्ड क्षेत्र के छूटे हुये बच्चों के शारीरिक माप हेतु हितग्राही के घर-घर जाकर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहयोगी संस्थाओं द्वारा पोषण दस्तक दी जावे।
2. शहरी क्षेत्र जो आंगनवाडी केन्द्र के बाहर है, उनमे प्रत्येक कॉलोनी/हाऊसिंग सोसायटी में घर-घर जाकर जन्म से 06 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चो् का शारीरिक माप हेतु विशेष कार्ययोजना तैयार कर जिला कार्यालय को प्रेषित कर कवरेज सुनिश्चित किया जावे।
3. परियोजना अधिकारी द्वारा पर्यवेक्षक के माध्यम से प्रत्येक दिन के आयोजन उपरान्त आंगनवाड़ी केन्द्रवार शारीरिक माप लिये गये बच्चों की संख्या का केन्द्र हेतु निर्धारित लक्ष्य के विरूद्ध समीक्षा की जावे तथा कम उपलब्धि वाले केन्द्रों विशेष कार्ययोजना तैयार कर शत-प्रतिशत बच्चों के शारीरिक माप को सुनिश्चित किया जाये।
4. स्कूल शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग तथा जनजातीय कार्य विभाग के साथ समन्वय से ग्रामवार/शहरी वार्ड वार कार्ययोजना तैयार विशेष शिविरांे का आयोजन किया जावे।
मॉनिटरिंग/निगरानी-
1. परियोजना अधिकारी एवं पर्यवेक्षक प्रत्येक दिवस एवं प्रत्येक ग्राम एवं शहरी वार्ड का निगरानी भ्रमण रूट चार्ट तैयार कर जिला कार्यालय को उपलब्ध कराकर पालन सुनिश्चित किया जावे। सेक्टर पर्यवेक्षक द्वारा उसके क्षेत्र हेतु निर्धारित अन्य पर्यवेक्षण अमले से समन्वय किया जाकर प्रति दिवस के प्रगति का संकलन परियोजना स्तर पर किया जावे।
2. सेक्टर पर्यवेक्षक द्वारा प्रति दिवस के कार्यक्रम का रूट चार्ट तैयार कर अधिक जनसंख्या एवं दूरस्थ क्षेत्र वाले आंगनवाड़ी केन्द्रांे पर अनिवार्य भ्रमण किया जावे तथा शारीरिक माप हेतु निर्धारित एजेंसी प्रतिनिधियों को आवश्यक सहयोग दिया जाये।
सद्यन पोषण पखवाडा में आंकडो की पृविष्टि एवं रिपोर्टिंग -
1. इस सम्बंध में परियोजनावार ऑनलाईन प्रपत्र डप्ै में संचालनालय महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा उपलब्ध कराया जायेगा। जिसमें आंगनवाड़ी केन्द्रवार बच्चों के पोषण स्तर की जानकारी की संख्यात्मक प्रविष्टि की जायेगी नाम वार बच्चों की जानकारी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अपने पास पूर्वानुसार संधारित करेगी।
2. प्रत्येक दिवस के दौरान किये गये शारीरिक माप की आंकड़ों की उसी दिवस में पर्यवेक्षक द्वारा प्रतिदिन केन्द्रवार समीक्षा कर निर्धारित लक्ष्यो के विरूद्ध कम उपलब्धि के शारीरिक माप लिए गए बच्चों की गणना कर प्रतिदिन की कार्यक्रम की प्रगति की समीक्षा की जावे।
बच्चों के कुपोषण के स्तर के आंकलन के उपरांत ै।ड श्रेणी के चिन्हांकित बच्चों को पूर्वानुसार मुख्यमंत्री बाल आरोग्य संवर्द्धन कार्यक्रम में शामिल करते हुए प्ड।ड रणनीति अन्तर्गत बच्चों का उपचार एवं पोषण प्रबंधन किया जाये। इस संबंध में छथ्भ्ै.5 के आकडो के आधार पर ै।ड बच्चों की अनुमानित संख्या के संबंध में संचालनालय द्वारा पूर्व प्रेषित पत्र अनुसार प्रयास किये जाये की अनकवर्ड क्षेत्रो को सम्मिलित करते हुए शत-प्रतिशत ै।ड बच्चों को चिन्हाकित किया जाकर उन बच्चो को उपचारात्मक गतिविधियों में सम्मिलित किया जाये।
पोषण पखवाडा के सुचारू आयोजन के लिये आंगनवाडी कार्यकर्ता/सहायिका, मातृ सहयोगिनी समिति, शौर्यादल, स्वयं सहायता समूह अन्य समुदायिक स्तरीय समितियो को अपने स्तर से निर्देश जारी किये जाये।
*सम्पूर्ण समाचारो के लिए न्याय क्षेत्र भोपाल होगा समाचार का माध्यम मध्य प्रदेश जनसम्पर्क है
Please do not enter any spam link in the comment box.