आखिर क्यों देना पड़ रही पुलिस को अपनी दक्षता की परीक्षा देखिए पूरी खबर
खंडवा.
Edit By Abhishek Malviya
प्रदेश में पहली बार महिला और बाल अपराधों को लेकर सोमवार पुलिस की परीक्षा हुई। सिविल लाइन स्थित निजी स्कूल और कॉलेज में आयोजित मूल्यांकन परीक्षा में जिलेभर के पुलिस अधिकारी शामिल हुए। एक घंटे की परीक्षा में महिला और बाल अपराध पॉक्सो एक्ट के तहत 50 ऑब्जेक्टिव प्रश्न प्रश्न पूछे गए थे। मूल्यांकन के बाद पिछडऩे वाले पुलिसकर्मियों को कार्यशाला में महिला एवं बाल अपराधों के अधिनियमों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।
पिछले माह महिला एवं बच्चों के विरुद्ध होने वाले अपराधों में अनुसंधान एवं कौशल उन्नय प्रशिक्षण सेमिनार का आयोजन पुलिस कंट्रोल रूम में किया गया था। जिसमें एमवाय अस्पताल के विशेषज्ञ व फारेंसिक और मेडिकलो लीगल हेड डॉ. परमेंद्र ङ्क्षसह ठाकुर ने उपस्थित पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण दिया था। उक्त प्रशिक्षण में पुलिसकर्मियों को कितना फायदा हुआ, इसका मूल्यांकन पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह द्वारा परीक्षा के माध्यम से कराया गया। परीक्षा में जिलेभर के निरीक्षक, उप निरीक्षक और सहायक उपनिरीक्षक शामिल हुए। एक घंटे की मूल्यांकन परीक्षा में महिला और बाल अपराध संबंधित प्रश्नों के जवाब प्रश्नपत्र पर ही टिक लगाकर दिए गए। मूल्यांकन परीक्षा में जिलेभर से डेढ़ सौ से ज्यादा इंस्पेक्टर, एसआई, एएसआई शामिल हुए। प्रदेश में संभवत: पुलिस की अपराधों के संबंध में दक्षता का पहली बार मूल्यांकन हुआ है।
कमी पाए जाने पर दोबार प्रशिक्षण
पिछले दिनों हुए सेमीनार में उपस्थित पुलिसकर्मियों ने उक्त प्रशिक्षण में क्या सीखा है, उसका मूल्यांकन कराया गया है। दक्षता में कमी पाए जाने पर संबंधित पुलिसकर्मियों के लिए दोबारा कार्यशाला के माध्यम से प्रशिक्षण सत्र आयोजित कराया जाएगा।
विवेक सिंह, पुलिस अधीक्षक
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