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छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में एक विकलांग युवक से प्रोत्साहन राशि दिलाने के नाम पर रिश्वत ले ली गई। उससे अधिकारी ने ये कहते हुए पैसा ले लिया कि ऊपर से नीचे तक सब जगह पैसा जाता है। इसलिए तुमको पैसा देना पड़ेगा। मगर जब विकलांग ने पैसा देने से इनकार किया तो उसे डराया धमकाया गया। आखिर में उसने परेशान होकर 20 हजार रुपए दे दिया। अब इस मामले में पीड़ित ने थाने में शिकायत की है और अधिकारी के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की है।
सिंचाई नगर सारबहरा निवासी संजय ठाकुर विकलांग है। उन्होंने इस मामले में थाने में शिकायत करते हुए बताया है कि उनसे विकलांग मितान संतोष पटेल ने संपर्क किया था। संतोष ने उन्हें बताया था कि आप विकलांग हैं, इसलिए आपको दिव्यांग विवाह प्रोत्साहन योजना के तहत 50 हजार रुपए मिलेंगे। हां इसके लिए आपको एक फॉर्म भरना पड़ेगा। जिसे समाज कल्याण विभाग में जमा करना होगा। ये सुनने के बाद संजय ठाकुर ने एक फॉर्म भर दिया था और संतोष पटेल के माध्यम से उसे विभाग में जमा कर दिया गया था।कुछ दिन बाद उससे समाज कल्याण विभाग के उप संचालक अरविंद गेदान और संतोष पटेल ने कहा कि आपका चेक पास हो गया है। पैसे मिल जाएंगे। लेकिन आपको अब 25 हजार रुपए देना पड़ेगा। ये पैसा मंत्रालय तक जाता है। ऊपर से नीचे तक पैसा जाता है। संजय ने बताया कि अरविंद हमेशा उससे संजय के फोन से बात करता था।
जब संजय ने पैसा देने से मना कर दिया और काफी दिन तक जब पैेसे नहीं दिए तो संजय और अरविंद ने उससे फोन पर संपर्क किया और उसे परेशान करने लगा। उन्होंने संजय से कह दिया कि पैसे देने पड़ेंगे, नहीं देने परा आपके खिलाफ नोटिस जारी किया जाएगा। संजय का कहना है कि बार-बार उसे परेशान किया जा रहा था। जिसके चलते उसने 25 हजार रुपए दे दिए। इसके बाद अब उसने पूरे मामले की शिकायत पुलिस से की है। संजय ने समाज विभाग के उप संचालक अरविंद गेदान के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की है।इस मामले को लेकर गौरेला थाना प्रभारी युवराज तिवारी का कहना है कि शिकायत मिली है। जांच के बाद कार्रवाई करेंगे। वहीं जब समाज कल्याण विभाग के उप संचालक से बात करने की कोशिश की गई तो उनसे बात नहीं हो सकी है। संजय का आरोप है कि उसके अलावा कई और विकलांगों से भी इस तरह से पैसा लिया गया है।
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