नई दिल्ली । रुपये वापस करने के बहाने ठगों ने एप डाउनलोड करवा कर एक व्यक्ति के बैंक खाते से दो लाख रुपये से अधिक रकम निकाल ली। पीड़ित जकी अहमद की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। तकनीकी टीम की मदद से आरोपितों को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है। पीड़ित जकी अहमद नई सीमापुरी में रहते हैं। उन्होंने यूट्यूब पर केली-जेली के उत्पादों का विज्ञापन देखा था।

स्वेटर खरीदने के लिए वह उसकी वेबसाइट पर गए। आर्डर करने पर सिर्फ आनलाइन भुगतान का विकल्प आया। इस पर उन्होंने डेबिट कार्ड से 579 रुपये का भुगतान कर दिया। दो दिन तक स्वेटर नहीं आया तो उन्होंने वेबसाइट के कस्टमर केयर नंबर पर काल किया। वहां से जानकारी मिली कि आर्डर निरस्त कर दिया गया है।

इसके साथ ही बताया कि जमा रुपये वापस करने के लिए एनी डेस्क एप डाउनलोड करना होगा। उन्होंने उनके बताने पर इस एप को मोबाइल में डाउनलोड कर लिया। इसकी मदद से उनके मोबाइल फोन को रिमोट पर लेकर ठगों ने कई बारी में उनके यूनियन बैंक के खाते से दो लाख छह हजार 864 रुपये निकाल लिए।

पास बुक प्रिंट कराने पर एक साल पहले हुई ठगी का पता चला

वेलकम इलाके की जनता मजदूर कालोनी में रहने वाली सरिता को पास बुक प्रिंट कराने पर मालूम हुआ कि एक साल पहले किसी ने उनके एसबीआइ के बचत खाते से 1.35 लाख रुपये निकाल लिए। यह जानकर उनके पैरों के नीचे से जमीन निकल गई। इतनी बड़ी राशि उनके खाते से निकलने पर बैंक की तरफ से उनके पास एक भी मैसेज नहीं आया।

जानकारी करने पर उन्हें पता चला कि किसी ने अप्रैल 2020 से सितंबर 2020 के बीच ग्राहक सेवा केंद्र से राशि की निकासी की है। निकासी करने वाले ने उनके खाते से अपना आधार लिंक कराकर ठगी को अंजाम दिया। सरिता की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।